यह विचार कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बलदेव भाई शर्मा ने व्यक्त किए। वे रवींद्र नाट््य गृह में स्टेट क्लब द्वारा आयोजित तीन दिवसीय भारतीय पत्रकारिता महोत्सव के अंतिम दिन मीडिया शिक्षा पर आधारित सत्र में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित होने के बाद संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता को संविधान में लोकतंत्र का चौथा स्तंभ नहीं बनाया गया। इस देश की जनता और समाज ने उसे चौथे स्तंभ का दर्जा दिया है।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण कुमार अस्थाना ने कहा कि पत्रकारिता को वर्तमान युग में बहुत कुछ जानने की जरूरत है। श्रीनगर से आए अशरफ वाणी ने सोशल मीडिया के महत्व बताते हुए कहा कि हमारे देश में यह हकीकत है कि ज्वलंत मुद्दों पर आधारित खबर ज्यादा बिकती है। पिछले तीन दशक से चल रही पत्रकारिता को सोशल मीडिया ने बदल दिया है। अब पत्रकारिता का भविष्य भी उसी में नजर आ रहा है। डेफोडिल विश्वविद्यालय ढाका के डीन उज्ज्वल चौधरी ने वर्तमान पत्रकारिता की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह युग पत्रकारिता का संक्रमण युग है। अब मीडिया शिक्षा के नाम पर जो पढ़ाया जा रहा है वह आउटडेटेड हो चुका है। आज हमारे यहां के संस्थानों में डाटा जर्नलिज्म, मीडिया लिटरेसी, कन्वर्जन ऑफ मीडिया जैसे वर्तमान में आवश्यक विषय नहीं पढ़ाए जाते हैं। गुजरात के धीमंत पुरोहित ने मीडिया एजुकेशन पर जोर देते हुए कहा कि देश में मीडिया एजुकेशन को चाहे 100 साल हो गए होंगे, लेकिन हकीकत में मीडिया शिक्षा को मात्र 25 वर्ष हुए हैं । इसमें आमूलचूल परिवर्तन किए जाने की आवश्यकता है।
वरिष्ठ पत्रकार स्नेहाशीष सुर ने कहा कि अब रिपोर्टर प्रोफेसर बन रहे हैं, जबकि पहले प्रोफेसर रिपोर्टर बना करते थे। जिस तरह इंजीनियर और डॉक्टर के लिए पूरी तकनीकी प्रबंधन की व्यवस्था होती है उसी तरह से मीडिया के लिए भी व्यवस्था की जाना चाहिए। इसके लिए देश में मीडिया जर्नलिज्म काउंसिल का गठन किया जाना चाहिए। इंदौर के पुलिस आयुक्त हरिनारायण चारी मिश्रा ने कहा कि इंदौर मे ङ्क्षहदी पत्रकारिता की समृद्ध पृष्ठभूमि रही है। आज देश के हर क्षेत्र में पत्रकारिता का असर है। हाल ही में हुए एक शोध से यह हकीकत सामने आई है कि जब अखबारों के द्वारा आत्महत्या के मामलों को प्रकाशित करना बंद किया गया तो संबंधित शहर में आत्महत्या के मामलों में 25 प्रतिशत की कमी आ गई। इस मौके पर प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता जीतू पटवारी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अभय दुबे ने भी अपने विचार रखे। इस आयोजन में पांच मीडिया शिक्षकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन संचालन कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. मानङ्क्षसह परमार ने किया।