पटवारी मैदानी पद है, जमीन से संबंधित सारा काम उसके माध्यम से होता है और वे आसानी से करते नहीं। सबसे बड़ी समस्या तो उनकी उपलब्धि की है। इसको लेकर राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने जिला प्रशासन को सख्त निर्देश जारी किए कि सभी पटवारियों को सप्ताह में दो दिन पंचायत मुख्यालय पर मौजूद रहना है। इस पर कल अपर कलेक्टर अजयदेव शर्मा ने सभी तहसीलदारों को निर्देश जारी किए कि पटवारी अपने क्षेत्र के पंचायत मुख्यालय पर सप्ताह में दो दिन रहकर राजस्व विभाग के संबंधित कामों व आवेदनों को समय सीमा में निपटाएं। कौन से दो दिन पटवारी पंचायत मुख्यालय पर रहेंगे, उसकी सूची पटवारीवार तैयार करके दी जाए। पटवारी तय समय पर पंचायतों में बैठ रहे हैं कि नहीं ये देखने की जिम्मेदारी एसडीएम व तहसीलदार की होगी। नहीं बैठने वालों पर कार्रवाई होगी।
सभी ने खोल रखे खुद के ऑफिस गौरतलब है कि इंदौर के कई पटवारियों ने खुद के ऑफिस खोल रखे हंै। क्षेत्र के किसान व जमीन मालिकों को वे वहां बुला लेते हैं। नैनोद की पटवारी के एयरपोर्ट क्षेत्र में कार्यालय पर लोकायुक्त पुलिस ने छापामार कार्रवाई भी की थी। उसके बाद भी दो-तीन पटवारियों पर लोकायुक्त की कार्रवाई हुई, जिसमें उनके निजी कार्यालय होने की जानकारी सामने आई थी।