कल रविवार सुबह जलूद के पास भकलाय में सब स्टेशन में 25 एमवीए के ट्रांसफॉर्मर में आग लग गई। इससे नर्मदा तीसरे चरण के 360 एमएलडी पानी की आपूर्ति बंद हो गई। वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए शाम 7 बजे के आसपास 180 एमएलडी की जलापूर्ति चालू कर दी गई। इस दौरान बिजली लाइन के बंद होने पर दूसरे चरण के पंप भी बंद करना पड़े। नर्मदा दूसरे और तीसरे चरण से 540 एमलडी की जलापूर्ति पूरी तरह बंद होने से आज सुबह शहर में जलसंकट आ गया। फॉल्ट की वजह से पानी इंदौर नहीं पहुंचा और 31 टंकियां खाली रह गई।
इनमें अन्नपूर्णा, सदर बाजार, स्कीम-59, बिलावली, भंवरकुआं, गाड़ी अड्डा, खातीवाला टैंक, पागनिस पागा, पीडल्यूडी, यशवंत क्लब, कॉटन अड्डा, कृषि नगर, महावीर नगर, सच्चिदानंद नगर, स्कीम-54, स्कीम-74, स्कीम-94, नानक नगर, सांई कृपा, बर्फानी धाम, सर्व सुविधा, रेडियो कॉलोनी, भागीरथ पूरा,स्नेह नगर, एमवाय अस्पताल, महालक्ष्मी नगर, नंदा नगर रोड नं. 13, द्रविड़ नगर, स्कीम-78, तुकोगंज और खजराना टंकी शामिल है। इनसे जुड़ी 500 से ज्यादा कॉलोनी-मोहल्लों में पानी नहीं बंटा। इसके साथ ही सुभाष चौक, गांधी हॉल, बजरंग नगर और लोकमान्य नगर टंकी अपनी क्षमता से कम भराई है। इनसे जुड़ी कॉलोनियों में पानी तो पहुंचा, लेकिन कम दबाव से सप्लाय हुआ और लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिला। फॉल्ट होने की वजह से कल शाम को भवरकुआं, एमआईजी, सांई कृपा, बिलावली और चंदन नगर पानी टंकी से सप्लाय नहीं हुआ।
टैंकर से कर रहे पूर्ति
इधर, जलकार्य समिति प्रभारी बलराम वर्मा और नर्मदा प्रोजेक्ट के कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि सुधार का काम चल रहा है। उम्मीद है कि आज शाम तक सुधर जाएगा। तब पानी इंदौर लाया जाएगा। फॉल्ट न सुधरने की दशा में कल भी शहर में सप्लाय प्रभावित हो सकती है। अब शहर में जहां पर भी पानी की डिमांड आ रही है, वहां टैंकर के जरिए जलापूर्ति की जा रही है।
2 करोड़ रुपए का हुआ नुकसान
जलकार्य समिति प्रभारी वर्मा ने कहा कि ट्रांसफॉर्मर पूरी तरह से जल गया है। इससे तकरीबन 2 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है, क्योंकि अब नया ट्रांसफॉर्मर लगाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पानी सप्लाय के लिए निगम ने अपने खर्च पर ही सब स्टेशन बनाने के साथ ट्रांसफॉर्मर लगवाया था।