scriptPeople of Indore will be able to see cotton top tamarind | जो पूरे प्रदेश में कहीं नहीं वो दिखेंगे इंदौर में | Patrika News

जो पूरे प्रदेश में कहीं नहीं वो दिखेंगे इंदौर में

locationइंदौरPublished: May 12, 2023 12:14:13 am

- मप्र में पहली बार कॉटन टॉप टेमरीन देख सकेंगे इंदौर के लोग
- राइनो इगुआना और बॉल पाइथन, रेड लोरी रेनबो भी इंदौर लाए गए

इंदौर चिडि़याघर में आए कॉटन टॉप टेमरिन
इंदौर चिडि़याघर में आए कॉटन टॉप टेमरिन
इंदौर. साउथ कोलंबिया के एक हिस्से में ही पाए जाने वाले कॉटन टॉप टेमरिन को अब इंदौर के लोग सामने से देख सकेंगे। पूरे भारत में एक-दो जगह ही मौजूद ये बंदर अब इंदौर चिडिय़ाघर में आ गया है। इसके साथ ही 12 प्रजाति के 45 जानवर इंदौर लाए गए हैं। जिसमें कैरेबियन द्विपों पर पाए जाने वाली राइनो इगुआना भी शामिल हैं। ये वो जानवर हैं जो पूरे प्रदेश में और कहीं नहीं है।
इंदौर चिडिय़ाघर ने जामनगर जूलॉजिकल पार्क के साथ एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू किया था। जिसके तहत इंदौर से बाघ, शेर सहित अन्य जानवर दिए गए थे। उसके बदले में जामनगर से जानवरों की तीसरी खेप बुधवार और गुरुवार रात में इंदौर पहुंचे। इस खेप में 12 अलग-अलग प्रजाति के जानवरों को लाया गया है। इंदौर लाए गए इन प्राणियों में से इंडोनेशिया, आस्ट्रेलिया, घाना में पाई जाने वाली छोटी चिडिय़ाओं के साथ ही कई अन्य जानवरों को भी लाया गया है।
पूरे समय होती रही देखभाल
जामनगर से ये जानवर बुधवार सुबह इंदौर भेजे गए थे। इस दौरान उनके साथ डॉक्टर्स का एक दल भी इंदौर आया है। तेज गर्मी के चलते पूरे समय जानवरों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाता रहा।
अभी अलग रखा
इन जानवरों को फिलहाल आइसोलेशन में अलग रखा गया है। जहां इनके स्वास्थ्य का परीक्षण लगातार किया जा रहा है। वहीं लगभग सात दिनों तक इन्हें आइसोलेशन में रखने के बाद ही इन्हें जनता के लिए पिंजरों में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
ये जानवर आए इंदौर
-दो कोलंबियन कॉटन टॉप टैमरिन
- दो राइनो इगुआना
- दो दक्षिण अफ्रिकी मीयरकेट (छोटे नेवले)
- एक मार्मोसेट
- दो ब्लैक टफ्टेड मार्मोसेट
- घाना से दो बाल पाइथन
- 10 आस्ट्रेलियन आउल फिंच
- 10 गोल्डन फिंच
- 10 लांग टेल फिंच
- 10 कट थ्रोट फिंच
- दो इंडोनेशियन चैटरिंग लारी
- दो रेड लारी
ओल्ड और न्यू वर्ल्ड मंकी का पूरा कुनबा इंदौर में
कॉटन टॉप टेमरिन के आने के बाद इंदौर में न्यू वर्ल्ड मंकी की एक बड़ी रेंज बन गई है। इंदौर प्रदेश का एकमात्र चिडिय़ाघर बन गया है। जिसमें ओल्ड वर्ल्ड मंकी के साथ ही न्यू वर्ल्ड मंकी की अलग-अलग प्रजातियां मौजूद हैं। इंदौर में ओल्ड वर्ल्ड मंकी में आने वाले रीसेल मकाक के साथ लंगूर तो पहले से ही थे। लेकिन अब कॉटन टॉप टेमरिन, गलेगो (बुशबेबीज), शुगर ग्लाइडर, मार्मोसेट के चलते न्यू वर्ल्ड मंकी की 6 से ज्यादा प्रजातियां इंदौर चिडिय़ाघर में देखी जा सकती हैं।
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