ड्रेनेज के ट्रीट पानी को शहर के आसपास 30 गांवों में किसानों को खेती सिंचाई के लिए देने की प्लानिंग निगम कर रहा है। इन 30 में से पहले 6 गांव भानगढ़, जाख्या, भांग्या, शक्करखेड़ी, रामपीपल्या और बारोली के किसानों को ट्रीट पानी देना है। यह सभी गांव सांवेर तहसील के हंै। इन 6 गांवों में से एक भानगढ़ के किसानों को ट्रीट पानी मिलने लगा है, लेकिन 5 गांवों के किसानों के खेतों तक पानी फसल सिंचाई के लिए नहीं पहुंच पा रहा है। इस पर लंबे समय से काम चल रहा है, किंतु पूरा अभी तक नहीं हुआ है। कारण रेलवे विभाग से पहले परमिशन नहीं मिली और अब जब मिल गई तो काम अभी तक शुरू नहीं हुआ। रेलवे की मंजूरी मिलने के बाद निगम ने 37 लाख रुपए जमा कराने के साथ काम को लेकर एग्रीमेंट और टेंडर निकालकर वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिया है। ड्राइंग-डिजाइन तैयार है। इतना ही नहीं रेलवे की तरफ से कंसल्टेंट नियुक्त हो गया है। बावजूद इसके काम अभी तक शुरू नहीं हुआ और रेलवे विभाग से परमिशन मिले करीब 6 माह हो गए हैं।
ऐसे डलना है पाइप लाइन भानगढ़ क्रॉसिंग के यहां रेल पटरी के नीचे से पाइप लाइन डालने को लेकर रेलवे ने नगर निगम को परमिशन दी है। रेलवे क्रॉसिंग होने के साथ पाइप को पटरी के नीचे से ट्रैंचलेस तरीके यानी जमीन के अंदर ही अंदर खुदाई कर डालना है। पाइप लाइन डलने से किसानों को ट्रीट पानी देने की राह आसान हो जाएगी।

जल्द शुरू होगा काम निगम जल यंत्रालय एवं ड्रेनेज विभाग के कार्यपालन यंत्री सुनील गुप्ता ने कहा कि भानगढ़ क्रॉासिंग के यहां रेल पटरी के दोनों तरफ पाइप लाइन डल गई है, लेकिन बीच में पटरी के नीचे से पाइप डालकर जोडऩा है। इसके लिए रेलवे से परमिशन मांगी थी जो कि मिल गई और पैसा भी जमा हो गया है। अब जल्द ही काम शुरू किया जाएगा। अगले माह से काम शुरू करने का प्रयास है। पटरी के नीचे से पाइप ले जाकर जोडऩे के बाद किसानों के खेतों तक ट्रीट वाटर पहुंचने लगेगा, क्योंकि कबीटीखेड़ी में सम्पवेल का निर्माण पूरा हो गया है।