must read : हनीट्रैप में बड़ी खबर : जेल जाते-जाते बोली आरती- हम पर है कांग्रेस का दबाव, देखें VIDEO भोपाल के सामाजिक कार्यकर्ता शिरिष मिश्रा ने एडवोकट निधि बोहरा के माध्यम से यायिका दायर की है। सीनियर एडवोकेट अशोक चितने ने कहा, इस मामले में रिपोर्ट दर्ज हुए करीब १५ दिन हो गए हैं। मामले में प्रदेश के बड़े नेताओं, ब्यूरोक्रेट्स और रसूखदार लोगों के शामिल होने की आशंकाएं जाहिर की जा रही हैं। सरकार ने जांच के लिए एसआइटी गठित की, नोटिफिकेशन जारी होने के 24 घंटे के भीतर ही एसआइटी प्रमुख को बदल दिया गया। पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों से जब्त वीडियो, सीडी और मोबाइल सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस सीधे लैब में भेज दिए गए हैं।
must read : खूबसूरत दिखने के लिए दो युवतियों ने कराई सर्जरी, SIT के हाथ लगे कई आपत्तिजनक वीडियोज मामले में प्रदेश के कई मंत्री और पूर्व मंत्रियों के शामिल होने की आशंका के आधार पर सबूतों में छेड़छाड़ की आशंका है। मामले की गंभीरता को देखते हुए निष्पक्ष जांच के लिए इसे सीबीआइ को देना चाहिए। कोर्ट ने तर्कों से सहमत होकर नोटिस जारी कर दो सप्ताह में जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं। 21 अक्टूबर को अगली सुनवाई होगी। याचिका में एडीजी, इंदौर के एडीजी, एसएसपी, एसपी और पलासिया थाने के टीआइ को नोटिस जारी किया गया।