आवेदक प्रकाश सकवाल ने मोहनपुरा में पेट्रोल पंप खोलने के लिए हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कंपनी को आवेदन दिया था। एमपी ऑनलाइन के माध्यम से यह जानकारी भेजी गई। दो दिन पहले प्रकाश के पास एक नंबर से टेक्स्ट मैसेज आया कि आपका सिलेक्शन हो गया है। संबंधित नंबर पर बात करें। इसके बाद प्रकाश ने उक्त नंबर पर बात की तो उन्हें वाट्सअप पर पेट्रोल पंप डीलर चयन नाम से बैंक अकाउंट की जानकारी मिली, जिसमें उन्हें तीन हजार रुपए जमा कराने को कहा गया। प्रकाश के पास नेट बैंकिंग नहीं होने से उसने अपने मित्र के जरिए रुपए जमा करवाना चाहे तो ट्रांजेक्शन फेल हो गए। इसके बाद प्रकाश ने अपने अधिवक्ता चंचल गुप्ता को इस बारे में बताया। गुप्ता ने बताया कि ठगोरों ने पेट्रोल पंप डीलर चयन के नाम से कर्नाटक में फेडरल बैंक में अकाउंट खुलवा रखा है। उन्होंने पेट्रोल पंप डीलर चयन डॉट इन की तरह ही सिर्फ ओआरजी लगाकर पेट्रोल पंप डीलर चयन के नाम से फर्जी वेबसाइट भी बना रखी है।
– ठगी व डाटा लीक की करेंगे शिकायत
अधिवक्ता चंचल गुप्ता ने बताया कि हम पेट्रोलियम मंत्रालय और संबंधित कंपनी के अधिकारियों से आवेदकों का डाटा लीक होने व ठगोरों द्वारा इसका इस्तेमाल करने की शिकायत करेंगे। साथ ही पुलिस अधिकारियों से शिकायत करेंगे कि उक्त मामले में जांच कर कार्रवाई की जाए। आशंका हैं कि ठगोरे अब तक कई लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। देशभर से अलग- अलग हिस्सों से पेट्रोल पंप के लिए अप्लाय करने वालों को ये कॉल कर रहे हैं। अमाउंट ३ हजार होने से कोई इन पर शक भी नहंी करता।