एमआइजी इलाके में नेहरू नगर निवासी पवन (45) पिता कमल किशोर जायसवाल ने शुक्रवार सुबह आत्महत्या कर ली। वह निजी कंपनी में फॉर्मासिस्ट था। सुबह वह बाथरूम गया तो आधे घंटे तक बाहर नहीं आया। पत्नी ने आवाज लगाई तो जवाब भी नहीं दिया। शंका होने पर दरवाजा तोड़ा तो अंदर वह बेसुध मिला। पास ही एक खाली इंजेक्शन पड़ा था। परिवार के लोग उसे निजी अस्पताल ले गए जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया। जांचकर्ता पीएसआई मनीष लोहारिया ने बताया परिवार में मां, पत्नी, दो बच्चे और भाई गगन है। मां फिलहाल धार्मिक यात्रा पर वंृदावन गई हंै। उन्हें भी परिवार ने वापस बुलाया है। इंजेक्शन का ओवरडोज लेने से पवन की मौत हुई। फॉर्मासिस्ट होने के चलते उसे दवाइयों की जानकारी थी। जो इंजेक्शन उसने लिया वह बेहोशी के लिए इस्तेमाल होता है।
इसे किसी को भी दो एमएल की मात्रा में दिया जाता है। इसके साथ दो-तीन अन्य दवाईयों को मिलाना पड़ता है। पवन ने इसकी दस एमएल की मात्रा सीधे ही इंजेक्शन में भरकर खुद को लगा ली थी। परिवार ने फिलहाल आत्महत्या की कोई वजह नहीं बताई। घटना के बाद से उसकी पत्नी बेसुध है। घर से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला। पुलिस अब परिवार के लोगों के बयान व पवन के मोबाइल की जांच कर आत्महत्या की वजह पता करेगी। शुक्रवार को पवन का एमवाय अस्पताल में पोस्टमॉर्टम हुआ। एमआइजी पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की है।
12वीं में फेल छात्र ने जहर खाकर की खुदकुशी इंदौर. राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र में 12वीं में असफल होने पर छात्र ने खुदकुशी कर ली। टीआई सुनील शर्मा के मुताबिक शिव (19) पिता प्रभुलाल गोयल निवासी महादेव नगर ने गुरुवार देर रात घर में जहर खा लिया। तबीयत बिगडऩे पर परिजन ने जेब की तलाशी तो जहर मिला। घबराए परिजन उसे निजी हॉस्पिटल ले गए। शुक्रवार दोपहर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पिता ने पुलिस को बताया, हाल ही में आए 12वीं बोर्ड के परिणाम में बेटा असफल होने से तनाव में था। सबसे बातचीत करना कम कर दिया था। संभवत: इसी वजह से आत्महत्या की। परिवार के कमल ने बताया, शिव भंवरकुआं स्थित निजी स्कूल में पढ़ता था और परिवार का इकलौता बेटा था। उससे बड़ी तीन बहन हैं। पुलिस ने शव पीएम के लिए बरामद किया। शनिवार को जिला हॉस्पिटल में पीएम कराया जाएगा।