
बैटकांड : पीएम मोदी की मानी तो घर बैठ जाएंगे भाजपा के ये सात दिग्गज नेता
इंदौर. विधायक आकाश विजयवर्गीय ( akash vijayvargiya ) की नगर निगम अफसरों के साथ मारपीट के मामले में नाराज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( narendra modi ) की बात यदि भाजपा संगठन ( bjp ) ने मान ली तो इंदौर में भाजपा के कई बड़े नेताओं को घर बैठना पड़ जाएगा। इसमें पार्टी के सांसद, विधायकों से लेकर पार्टी संगठन के कई बड़े पदाधिकारी भी शामिल हैं। विधायक आकाश का समर्थन करने के साथ उनका स्वागत करने वाले इन नेताओं ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर उनका समर्थन किया है, जिन पर मोदी के बयान अनुसार कार्रवाई हो सकती है।
कैलाश विजयवर्गीय : मीडिया के समक्ष बिगड़े बोल
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अपने पुत्र आकाश के कृत्य के बाद मीडिया में लगातार बचाव करते रहे। उन्होंने एक टीवी चैनल को यहां तक कह दिया था कि तुम्हारी हैसियत क्या है, क्या तुम जज हो। उन्होंने जेल से छूटने के बाद यह भी कहा कि आकाश अभी राजनीति में कच्चा है। निगम भी उतना ही जिम्मेदार है। बारिश में ऐसी कार्रवाई न हो।
शंकर लालवानी : आकाश की हरकत पर डालते रहे पर्दा
मारपीट के बाद वे शुरू से आकाश के पक्ष में खड़े रहे। गिरफ्तारी का भी विरोध किया। कोर्ट द्वारा न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद विधायक विजयवर्गीय का समर्थन करते हुए वे उनसे मिलने के लिए जिला जेल भी गए। वे विधायक विजयवर्गीय की हरकत पर पर्दा डालने की कोशिश करते रहे। उन्होंने इसे लेकर कोई बयान तो नहीं, लेकिन मौन समर्थन दिया।
रमेश मेंदोला : थाने, कोर्ट और जेल तक आकाश के साथ
विधायक घटना के तुरंत बाद ही आकाश को बचाने के लिए सक्रिय हो गए। एमजी रोड थाने पर पहुंचे। यहां उन्होंने निगम अफसरों पर महिलाओं से अभद्रता करने और कांग्रेस के गुंडों के साथ मिलकर कार्रवाई का आरोप लगाते हुए आकाश को सही बताने की कोशिश की। इसके बाद इंदौर और भोपाल कोर्ट में पेशी के समय साथ रहे और व्यवस्था संभाली।
महेंद्र हार्डिया : गरीबों के हित का काम बताया
विधायक महेंद्र हार्डिया भी पूरे घटनाक्रम में आकाश विजयवर्गीय के समर्थन में दिखे। वे लगातार उनसे संपर्क में थे। यहां तक कि उनसे जेल में मिलने भी गए थे। वे वहां भी अपने साथ कई नेताओं को ले गए थे। उन्होंने एक कदम आगे बढ़ते हुए आकाश के कृत्य को सही करार देते हुए इसे गरीबों के पक्ष में किया काम बताने की कोशिश की थी।
चंदू शिंदे : सबसे पहले पहनाई माला
एमआईसी सदस्य शिंदे पहले शख्स थे, जिन्होंने जेल से बाहर आने पर आकाश विजयवर्गीय का स्वागत किया। जेल से बाहर निकलते ही आकाश सबसे पहले शिंदे से मिले थे। यहां उन्होंने शिंदे के पैर भी छुए। शिंदे इसके पहले विधायक से मिलने दो बार जेल में भी गए थे। जमानत मिलने के बाद किए गए जश्न में भी उनकी बड़ी भूमिका रही।
जीतू जिराती : धरने को भी दिया समर्थन
प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक जीतू जिराती शुरू से आकाश के साथ दिखे। वे भवन निरीक्षक धीरेंद्र बायस से मारपीट के बाद थाने पहुंचकर उनका समर्थन करने वाले बड़े नेताओं में शामिल थे। जिराती कोर्ट के आदेश के बाद आकाश को जेल तक छोडऩे भी गए थे। राजबाड़ा पर दिए गए धरने पर भी वे उनका समर्थन कर रहे थे।
गोपीकृष्ण नेमा : जेल से बाहर आने पर किया सम्मान
भाजपा नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा भी आकाश द्वारा निगम के भवन निरीक्षक बायस की बैट से पिटाई के बाद उनके समर्थन में थाने पहुंच गए थे। बाद में वे उनसे मिलने के लिए जिला जेल भी पहुंचे थे। यही नहीं जेल से जमानत पर छूटने के बाद विधायक विजयवर्गीय का सम्मान करने के लिए भी वे भाजपा कार्यालय पर मौजूद थे।
संसदीय दल की बैठक में मोदी ने दिखाई नाराजगी
मंगलवार को नई दिल्ली में भाजपा संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि बेटा किसी का भी हो ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर निकाल देना चाहिए। ऐसे लोगों को बर्खास्त कर देना चाहिए पार्टी में ऐसा वर्ताव स्वीकार नहीं किया जाएगा। बेटा किसी का भी हो ऐसे लोगों को पार्टी में कोई भी छूट नहीं मिलेगी। गौरतलब है कि नगर निगम रोड पर जर्जर मकान तोडऩे की कार्रवाई के चलते २६ जून को अफसर की भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने क्रिकेट बैट से पिटाई कर दी थी।
Updated on:
03 Jul 2019 01:16 pm
Published on:
03 Jul 2019 11:53 am
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