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राजसात करना थी पोकलेन, एसडीओ ने छोड़ दी

locationइंदौरPublished: May 31, 2018 11:00:04 am

Submitted by:

Lakhan Sharma

– नाम मात्र का किया जुर्माना, कार्रवाई पर उठे सवाल- हमेंशा विवादों में रहते हैं एसडीओ सक्सेना, पहले भी लग चुके हैं आरोप

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राजसात करना थी पोकलेन, एसडीओ ने छोड़ दी

लखन शर्मा, इंदौर।

नियमों को तोड़कर रात में चोरल के जंगलों में खुदाई कर रही एक निजी कंपनी की दो पोकलेन मशीनों को स्थानीय रेंजर ने जब्त कर कड़ी कार्रवाई के लिए लिखा था। लेकिन एसडीओ आरएन सक्सेना ने नाम मात्र का जुर्माना कर मशीनों को छोड़ दिया। खासबात रही की पुरे प्रकरण को वे छिपाते रहे और बार बार अलग अलग बयान देते रहे। इससे पुरी कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सक्सेना पहले भी विवादों में रह चुके हैं और केम्पा मद में हुए हेरफेर के आरोप इन पर लगे थे।
मिली जानकारी के अनुसार १८ मई को चोरल के जंगलो में नियमों को तोड़कर नर्मदा गंभीर नदी योजना के लिए काम कर रही निजी कंपनी की पोकलेन खुदाई कर रही थी। वन विभाग के रेंजर संतोष सिंह सेंगर को सूचना मिली तो टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मशीनों को जब्त कर पंचनामा बना दिया। मामला वरिष्ठ अफसरों के पास भेजा गया। कार्रवाई प्रक्रिया में थी और कर्मचारियों की हड़ताल हो गई। जिसके बाद एसडीओ मामले में कूदे और मशीनों को तीन दिनों पहले छेाड़ दिया गया। इस मामले में एसडीओ सक्सेना से बात की तो वे पुरा मामला दबाने में लगे रहे। पहले कहा की मशीनें चोरल रेंज ऑफिस पर खड़ी है, इसके बाद जब न्यूज टुउे टीम चोरल रेंज ऑफिस पहुंची और मशीनें नहीं होने की बात सक्सेना से कही तो कहने लगे वह तो जंगल में खड़ी थी जिसे जुर्माना कर छोड़ दिया। जुर्माना बताया गया की एक पर १८ हजार और दूसरी पर २८ हजार रूपए किया गया। जबकि नियम कहते हैं की अवैध उत्खन्न करने वाले लोगों और रात में जंगलों में इस तरह काम करने वालों पर कानूनी कार्रवाई के साथ मशीनें राजसात तक हो सकती है। लेकिन एसडीओ ने इन पर मेहरबानी दिखाई और मामले को दबाने में लगे रहे। खासबात हे की इस मामले में संभाग के सबसे बड़े अधिकारी भी कुछ कहने से बच रहे हैं। जब हमने सीसीएफ पुरषोत्तम धीमान से इस संबंध में बात की तो कन्नी काट ली और कहने लगे की डीएफओ ही इस मामले में कुछ कह पाएंगे। वहीं प्रभारी डीएफओ सत्येंद्र कुमार सागर से जब बात की तो वे कहने लगे पहली बार कोई अपराध करता है तो उसे छुट मिलती है, इसलिए नियमानुसार कार्रवाई की है।

– भोपाल तक पहुंचा मामला
इस मामले में अब भोपाल के वरिष्ठ अधिकारियों तक शिकायतें पहुंच गई है। बताया जा रहा हे की मामले में गलत तरीके से मशीनें छोड़ी गई है जिसमें हड़ताल का फायदा उठाकर पूर्व में रहे एक कर्मचारी जिसे रिटायरमेंट के बाद भी डेली वेजेस पर रखा हुआ है उसके द्वारा मशीनों को छुड़वाया गया। उक्त मामला लोकायुक्त में भी ले जाने के लिए कुछ लोगों ने तैयारी की है। आरोप लग रहे हैं की मामले में सक्सेना ने किसी समझौते के तहत मशीनें छोड़ी है, हालांकि सक्सेना इससे इंकार कर रहे हैं। लेकिन पुरे मामले में हुई गोपनीय कार्रवाई इस पर सवाल खड़े कर रही है।

– मेरे पास हैं अधिकार
मेरे पास अधिकार है की मैं कितना जुर्माना करूं, मैनें नियमानुसार काम किया। मामलें में गलत कार्रवाई की गई थी।
आरएन सक्सेना, एसडीओ

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