अधिकारियों का जोर सिटी सर्विलेंस सिस्टम को पुख्ता करने पर है। इसकी कार्ययोजना भेजी गई है। इसके तहत शहर के प्रमुख चौराहों, सड़कों और कॉलोनियों को सीसीटीवी की जद में लाया जाएगा। इसके लिए अलग बजट की मांग की गई है। जिले में साइबर सेल व नारकोटिक्स विंग है लेकिन यह जिला पुलिस से अलग होकर काम करती है। नई प्रणाली के तहत कमिश्नर के अधीन नई साइबर सेल व नारकोटिक्स विंग बनाने की भी कार्ययोजना भेजी गई है। अधिकारियों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच के डीसीपी के नेतृत्व में अलग साइबर विंग काम करेगी। इसके लिए साइबर लैब व साफ्टवेयर की मांंग भी की गई है। नारकोटिक्स विंग का काम नशे की सप्लाय करने वालोंं पर कड़ी कार्रवाई करना होगा।
मुख्यमंंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रणाली लागू करने की घोषणा की थी जिसके आधार पर गृह विभाग ने ड्राफ्ट बना लिया है। गृहमंत्री का कहना है कि, ड्राफ्ट मुख्यमंंत्री को भेज दिया है और उम्मीद की जा रही है कि एक दो दिन में इसकी विधिवत घोषणा हो जाएगी।
मुख्यमंंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रणाली लागू करने की घोषणा की थी जिसके आधार पर गृह विभाग ने ड्राफ्ट बना लिया है। गृहमंत्री का कहना है कि, ड्राफ्ट मुख्यमंंत्री को भेज दिया है और उम्मीद की जा रही है कि एक दो दिन में इसकी विधिवत घोषणा हो जाएगी।