मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित जनसुनवाई में एसपी मुख्यालय यूसुफ कुरैशी के समक्ष शिकायतकर्ता सुनील चौधरी निवासी चितावद ने शिकायत की है। उनका आरोप है कि राजेंद्र, उनके बेटे पलाश, जगदीश परमार व गोल्ड सिटी के डेवलपर्स के पाटर्नर निकुल कपासी ने उन्हें ग्राम भांग्या स्थित कालिंदी गोल्ड सिटी में प्लाट बेचने के नाम आठ लाख अस्सी हजार की धोखाधड़ी की है। प्लाट खरीदते वक्त उन्हें कॉलोनी के पूर्ण रूप से वैध होने की बात कही। इसके बाद उन्हें प्लाट की रजिस्ट्री के लिए बुलाया गया। आरोप है यहां प्लाट की रजिस्ट्री में तीन लाख तीस हजार दर्ज करवाया गया, जबकि वे आठ लाख से अधिक राशि दे चुके है। इस दौरान बेचने वालों ने उन्हें अधिक राशि दर्ज कराने पर इंकम टैक्स में समस्या आने की बात कही। इसके बाद उन्हें कालिंदी गोल्ड ले जाकर प्लाट दिखाया गया। यहां संबंधित प्लाट पर कुछ दिनों में कब्जा दिलाने की बात कही। बताई जगह पर शिकायतकर्ता बाद में पहुंचे तो कृषि भूमि मालिक ने गोल्ड सिटी डेवलेपर्स द्वारा उन्हें रुपए नहीं मिलने पर कब्जा नहीं देने की बात कहने लगे। इसके बाद शिकायतकर्ता ने डायवर्सन विभाग में नामांतरण के लिए आवेदन दिया तो पता चला वह निरस्त हो गया है। मामले में अधिकारी ने जांच की बात कही है।
प्रेमविवाह के बाद थाने पहुंचे तो हुई मारपीट परदेशीपुरा थाना क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति ने प्रेमविवाह के बाद युवती के परिजनों के पुलिस से मिलकर उसे प्रताडि़त करने के संबंध में शिकायत की है। गौतम नामक युवक ने एसपी को बताया की उसने जनवरी माह में एक युवती से प्रेम विवाह किया। दोनों ने मर्जी से आर्य समाज के मंदिर में शादी की। इसके बाद युवती के परिजन ने उन्हें बुलाया। थाने में पेश होने के बाद मामला खत्म हो गया। आरोप है बाद में युवती के परिवार के कहने पर विजय नगर पुलिस ने युवक को दोबारा थाने बुलाकर मारपीट की। फिर युवती को उसके परिजन के सुपुर्द कर दिया। आरोप है अब युवती का परिवार उन्हें गोली मारने की धमकी दे रहा है। उन्होंने मामले में निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। मामले में उन्हें अधिकारी ने जांच कराने की बात कहीं है।