‘आज में जिंदा हूं तो आपकी वजह से, सभी को ऐसा बड़ा भाई मिले
इंदौरPublished: Sep 12, 2021 03:54:07 pm
ह्यूमन एंगल: कोरोनाकाल में कराया था इलाज, पुलिस अधिकारी और सत्यकॉम वालेंटियर को मुंबई की आइटी इंजीनियर ने बनाया भाई
‘आज में जिंदा हूं तो आपकी वजह से, सभी को ऐसा बड़ा भाई मिले
इंदौर। भैय्या, (सर) आपकी यह बहन आज इस रक्षाबंधन के दिन जिंदा है तो केवल आपकी वजह से। आपको दिल से धन्यवाद…. भगवान सबको ऐसा बड़ा भाई दे। मुंबई की आइटी इंजीनियर महिला ने एएसपी डॉ. प्रशांत चौबे व उनके सत्यकॉम वालेंटियर मनीष नायर को मैसेज कर कृतज्ञता व्यक्त की।
रक्षा बंधन पर मुंबई से युवती ने मैसेज भेजा, लिखा। युवती नेे लिखा….सर, आज अगर आपकी यह छोटी बहन मैसेज टाइप भी कर रही है या जीवित है वो केवल आपके और आपके सत्यकॉम टीम के कारण, आप सभी को भी दिल से धन्यवाद। आपको शायद याद होगा कोविड के दौरान मैं खुद पॉजिटिव होकर और बहुत ज्यादा डिप्रेशन अपने घर अकेली फंसी हुई थी, अस्पताल में बैड नहीं थे, लगा था अब बचूंगी नहीं। मेरे परिवार के लोग जो अलग अलग स्थान पर रहते हुए चाहते हुए मेरी मदद नहीं कर पा रहे थे। तब मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से पता लगा आपके ग्रुप के बारे में, मैंने आपको देर रात कॉल किया और अपनी हेल्थ के बारे में बताया। इसके बाद आपके सत्यकाम वॉलंटियर की टीम ने फोन पर हिम्मत बंधाई, अगले ही दिन वो ऑक्सीमीटर, थर्मोमीटर, खाना, लेकर आए और लगातार फोन पर मेरे ऑक्सीजन लेवल और टेंपरेचर की जानकारी ली। जरूरत पढऩे पर ऑक्सीजन सिलेंडर लाए और फिर बेड मिलते ही मुझे राधा स्वामी आश्रम में भर्ती कराया जहां से में कुछ दिनों में एक दम ठीक हो घर अपने परिवार के पास आ गई। युवती ने दो दिन पहले इंदौर पहुंचकर अफसर व वालेंटियर को रक्षा सूत्र बांधकर धन्यवाद दिया । एएसपी केे मुताबिक, यह युवती प्रतिष्ठित परिवार से है और मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती है।
200 लोगों को खाना, दवाई उपलब्ध कराई है वालेंटियर ने
पुलिस के सत्यकॉम वालेंटियर ने इस लॉक डाउन के दौरान करीब 200 लोगों की मदद की। 80 वालेंटियर भोजन, दवा के साथ उपकरण भी पहुंचाते थे। नि:शुल्क अस्पताल पहुंचाने के लिए ऑटो सेवा भी चलाई जिसका परिणाम है कि इस बार रक्षाबंंधन पर कई महिलाओं ने अधिकारी व वालेंटियर को रक्षा सूत्र में बांधा।