– बेटी के साथ एक्टिवा पर जा रही महिला की ट्रक की चपेट में आने से दर्दनाक मौत
– देर तक शव बीच सडक़ पर पड़ा रहा।
– शव उठाने में मदद करने की बजाए थाने के एएसआई वहां खड़े होकर बीड़ी का कश लेते नजर आए।
सडक़ पर महिला का शव, पास में बीड़ी फूंकता पुलिसकर्मी, बोला- वीडियो बनाने वाले को लग जाए मेरी उम्र
इंदौर. गांधी नगर रोड पर बेटी के साथ एक्टिवा पर जा रही महिला की रविवार दिन में ट्रक की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई। मार्बल से भरे ट्रक ने तेज गति में एक्टिवा को टक्कर मारी। असंतुलित होकर पीछे बैठी महिला ट्राले के पहिए की चपेट में आ गई। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। देर तक शव बीच सडक़ पर पड़ा रहा। इस दौरान गांधी नगर पुलिस की संवेदनहीनता सामने आई। शव उठाने में मदद करने की बजाए थाने के एएसआई वहां खड़े होकर बीड़ी का कश लेते नजर आए। संवेदनहीनता पर जब उनसे बात की गई तो उनका कहना था कि हमने तो मदद की थी, पता नहीं किसने गलत वीडियो बना लिया। भगवान करे कि मेरी उम्र भी उसे लग जाए।
टीआई संजय सिंह बैस ने बताया, दरियाबबाई (60) पति रणछोर निवासी विस्नावदा गांव की सुबह करीब ११.५० पर गांधी नगर रोड स्थित मंगल पांडे द्वार के समीप एक्सीडेंट में मौत हुई है। जांच में राजस्थान पासिंग मार्बल से भरे ट्रक चालक की लापरवाही सामने आई है। चालक के फरार होने के बाद मौके से ट्रक बरामद किया है। उन्हें बैठकर बेटी सुनीता रिश्तेदार के घर जा रही थी। दोनों एयरपोर्ट की दिशा में निर्माणाधीन कच्ची रोड से गुजर रही थीं, तभी सुपर कॉरिडोर से गोम्मटगिरि की दिशा में तेजी से आ रहे ट्रक ने एक्टिवा को टक्कर मार दी।
must read : महिला कंपाउंडर बोली- गलत हरकत के केस में फंसा दूंगी तो डॉक्टर ने खा ली नींद की 50 गोली असंतुलित होकर बेटी रोड के एकतरफ तो मां ट्रक के पिछले पहिए के चपेट में आ गई, जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई। देर तक शव बीच सडक़ पर पड़ा रहा, जिसे लोगों ने कपड़े से ढंका। पुलिस के आने के बाद कुछ लोगों ने शव को उठाकर लोडिंग वाहन पर रखवाया। इसके बाद पुलिसकर्मी शव को पीएम के लिए जिला हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। दुर्घटना से गुस्साए लोगों ने बताया कि लंबे समय से सुपर कॉरिडोर से लेकर पितृ पर्वत मार्ग चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। रोड कच्ची होने व उस पर गिट्टी पड़ी होने से आए दिन वाहन फिसल जाते हैं। कई लोग इस वजह से चोटिल हो चुके है। कई जगह गड्ढे में पानी भर गया है। एेसे में दोपहिया वाहन असंतुलित हो जाते हैं।
लोगों ने यातायात भी संभाला घटनास्थल पर देर तक शव पड़ा रहा। मार्ग पर यातायात प्रभावित न हो इसके लिए खुद लोगों ने व्यवस्था संभाली। घायल सुनीता की सूचना पर मौके पर पहुंचे परिजन दृश्य देख विलाप करते रहे। लोगों ने कपड़े में लिपटे शव को उठाया और लोडिंग तक पहुंचे। इस पूरी घटना का एक शख्स मोबाइल से वीडियो बना रहा था, जिसमें थाने के एएसआई की संवेदनहीनता सामने आई। वह शव उठाने में मदद करने की बजाए वहां खड़े होकर बीड़ी के कश लगाते रहे।
must read : मानसून की पहली धुआंधार बारिश, बादलों में छुप गया शहर, मौसम विभाग ने दी ये खुशखबरएएसआई सिकरवार के अजीब बोल न मीडिया न नेता कोई भी थाने पर ताला नहीं लगा सकता। जिसने भी वीडियो बनाया भगवान उसकी उम्र 100 साल कर दे। मेरी भी 20 साल की उम्र उसको लग जाए। हां मैं बीड़ी पीता हूं। हमने तो शव को अस्पताल भिजवाया था। पता नहीं किसने कब वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। हमने तो मदद की थी।