चोइथराम सब्जी मंडी सर्कल भी शहर के व्यस्ततम् चौराहों में से एक हो गया है। एक तरफ मधुबन गार्डन की जमीन पर सालभर से शराब की दुकान खुल गई तो उससे लगे हुए प्लॉट पर राजरतन ट्रेवल्स की इंदौर मुंबई-पुणे की बसों का संचालन किया जाता है। दोनों ही जगह आने वालों की शाम को खासी संख्या रहती है। बाकी कसर सडक़ पर खड़े रहने वाले ठेले पूरी कर देते हैं।
पुल पर बने फुटपाथ पर लगा ली दुकानें राजीव गांधी सर्कल से आगे बढऩे पर फल व सब्जी वालों ने पुल पर बने फुटपाथ पर दुकानें लगा लीं। जिन पर खरीदी करने के लिए व्यक्ति सडक़ पर गाड़ी लगाकर आ जाता है। कई ठेले वाले सडक़ पर ही खड़े हो जाते हैं। ये स्थिति रीजनल पार्क के मुहाने तक बनी रहती है। इसके आगे जब चोइथराम सब्जी मंडी की ओर बढ़ते हैं तो सर्विस रोड व ग्रीन बेल्ट की जमीन पर कब्जे करके लोगों ने सब्जी व फल की दुकानें लगा ली हैं। इस पर जाने वाला व्यक्ति सडक़ पर वाहन खड़े करके खरीदी करता है। हालत ये हो जाती है कि शाम 5.30 बजे से जाम लगना शुरू हो जाता है। देखते ही देखते वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग जाती हैं। एक दिन की समस्या हो तो ठीक, लेकिन ये स्थिति रोज की बन रही है। इसको लेकर निगम आयुक्त आशिष सिंह ने हाल ही में ठेलों, ग्रीन बेल्ट और सर्विस रोड पर कब्जा करने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके चलते 23 अक्टूबर को सुबह कार्रवाई तय की गई है।
निगम ने मांगा प्रशासनिक अफसर व पुलिस से बल नगर निगम के रिमूवल विभाग के उपायुक्त महेंद्रसिंह ने एडीएम बीबीएस तोमर को हाल ही में पत्र लिखा है। कहना है कि निगमायुक्त सिंह ने राजीव गांधी चौराहे से चोइथराम मंडी, केसर बाग ब्रिज तक ग्रीन बेल्ट व सर्विस रोड से कब्जा हटाने के निर्देश दिए हैं। करीब 300 से अधिक ठेले, गुमटी और वाहन यहां खड़े हो रहे हैं। कार्रवाई के दौरान विवाद की स्थिति बन सकती है, इसलिए जिला प्रशासन अधिकारी और पुलिस का बल की आवश्यकता है। कार्रवाई के दौरान कर्मचारियों की सुरक्षा व भीड़ नियंत्रण और शांति व्यवस्थ बनी रहे जिसके लिए प्रशासनिक अफसर व पुलिस के बल की आवश्यकता है।