यह है पूरी प्रक्रिया पोस्टमैन, ब्रांच पोस्ट मास्टर आदि कर्मचारी क्षेत्र की आंगनवाड़ी से 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों की जानकारी लेते है। तय पते पर जाकर बच्चे का जन्मप्रमाण पत्र, बच्चे का फोटो और माता-पिता किसी एक का आधार कार्ड के आधार पर बच्चे का आधार कार्ड बनाते है। 10 से 15 दिन में आधारकार्ड बनकर पोस्ट ऑफिस आता है। यहंा से पोस्टमेन संबंधित पते पर देने जाता है।
यह आती है दिक्कत अरविंद ने बताया कि कई बार ग्रामीण अंचल में नेटवर्क की दिक्कत के चलते सर्वर स्लो या बंद हो जाता है। जिसके कारण घंटो इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में कई बार दिनभर मेें 2-3 आधार कार्ड ही बन पाते है। इसके साथ ही घर जाने पर कई बार परिजन नहीं मिल पाते है। दोबारा जाना पड़ता है। क्षेत्र के गांव घने जंगलों और पहाडिय़ों में बसे हुए है। यहां जाने में काफी दिक्कत होती है।
इसलिए जरूरी बच्चों का आधार कार्ड - स्कूल में एडमिशन के समय।
- सुकन्या योजना में खाता खोलने के लिए।
- लाड़ली लक्ष्मी योजना के लिए।
- आधार अनिवार्य है।
- अन्य सरकारी योजनाओं में।
यह दस्तावेज जरूरी - 0 से 5 वर्ष के बच्चे ही अभियान में शामिल
- जन्म प्रमाणपत्र
- माता या पिता का आधार कार्ड जरूरी
- बच्चे का फोटो वर्जन.. बच्चों के आधार कार्ड बनाने का अभियान हाल ही में शुरू किया गया है। जिसके बेहतर परिणाम मिल रहे है। खासतोर पर ग्रामीण अंचल के ग्रामीणों को सीधा फायदा मिल रहा है।
कोमल सिंह पंवार, सहायक अधीक्षक, डाकघर इंदौर