इंदौरPublished: Nov 08, 2022 02:26:08 pm
shailendra tiwari
यहां आपको बता दें कि आज का पावन दिन सिखों के पहले गुरु गुरु नानक की जयंती का प्रतीक है। कहा जाता है कि, 503 साल पहले गुरु नानक देव इंदौर आए थे और जिस स्थान पर उन्होंने आराम किया था, वहां गुरुद्वारा बनाया गया है।
इंदौर। आज से 505 साल पहले सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानकदेव जी महाराज 48 वर्ष की उम्र में इंदौर पहुंचे थे। यहां उन्होंने पहली बार धुर की बाणी का शबद गाया था। बताया जाता है कि यह उनकी दूसरी उदासी यानि जनकल्याण यात्रा थी। जिसमें वह इंदौर आए और तीन महीने रुके। यहां आपको बता दें कि आज का पावन दिन सिखों के पहले गुरु गुरु नानक की जयंती का प्रतीक है। कहा जाता है कि, 503 साल पहले गुरु नानक देव इंदौर आए थे और जिस स्थान पर उन्होंने आराम किया था, वहां गुरुद्वारा बनाया गया है।