script15 साल से बंद स्कूलों को फिर आबाद करने की तैयारी | Preparing to populate closed schools again for 15 years | Patrika News

15 साल से बंद स्कूलों को फिर आबाद करने की तैयारी

locationइंदौरPublished: Jun 14, 2018 02:23:13 pm

-नए शैक्षणिक सत्र से शुरुआत होगी या नहीं फिलहाल तय नहीं, स्थानीय पार्षद कैंटबोर्ड से खफा

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१५ साल से बंद स्कूलों को फिर आबाद करने की तैयारी

डॉ. आंबेडकरनगर(महू). बंडा बस्ती में करीब 15 साल पहले बंद हुए कैंटबोर्ड के स्कूल भवन की सूरत बदलकर फिर से आबाद करने की तैयारी की जा रही। जिसमें हैदराबादी बस्ती का स्कूल भी शामिल हैं। करीब ३५ से ४० लाख रुपए खर्च इन स्कूलों पर किया गया और शुरुआत को लेकर प्रयास तो किए जा रहे हैं लेकिन तय नहीं है कि स्कूल इस सत्र शुरू होगा या नहीं।
बंडा बस्ती व हैदराबादी बस्ती में खंडहर में तब्दील हो चुके हैं, दोनों स्कूलों के लिए राज्य शासन की ओर से करीब 35 लाख रुपए कैंटबोर्ड को दिए। करीब दो वर्षों तक तो कैंटबोर्ड ने इस राशि का इस्तेमाल ही नहीं किया। हालांकि अब यह राशि दोनों स्कूलों पर खर्च कर इन्हें फिर से नए स्कूल का रूप दिया गया।
पिछली बोर्ड बैठक में भी कैंटबोर्ड के जिमेदारों की ओर से कहा गया कि दोनों स्कूलों में अब अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दी जाएगी, साथ ही प्राइवेट स्कूल की तरह इसका संचालन किया जाएगा। कैंटबोर्ड की ओर से बच्चों को दाखिले के लिए वार्डवाइज सर्वे कराया जा रहा।
साथ ही सभी पार्षदों को पत्र भेजकर एडमिशन प्रक्रिया में सहयोग की भी मांग की गई है। कैंटबोर्ड के अन्य स्कूलों के शिक्षिकों को भी सर्वे में ड्यूटी पर लगाया गया। हालांकि इसे लेकर स्थानीय पार्षद अरुणादत्त पांडे खफा हैं, उनका कहना है कि राजनीतिक तरीके पूरी प्रक्रिया की जा रही जबकि होना जनसहयोग से चाहिए। साथ ही स्थानीय पार्षद को विश्वास में लेकर आगे की प्रक्रिया की जाना चाहिए।
यही कारण है कि अब तक एक भी एडमिशन नहीं हुआ। उधर, वार्ड नंबर पांच के पार्षद मुजीब कुरैशी ने कहा हैदराबादी बस्ती के स्कूल को लेकर हमारे वार्ड में सर्वे का कार्यजारी है। एडमिशन प्रक्रिया जल्द पूरी होने के बाद संभवत: इस सत्र में शुरुआत की शुरुआत की जाएगी।
नि:शुल्क शिक्षा के अलावा और भी सुविधा मिलेंगी
कैंटबोर्ड कार्यालय अधीक्षक सतीश अग्रवाल ने बताया दोनों स्कूलों में दाखिले को लेकर लोगो को प्रेरित किया जा रहा है। क्षेत्रीय पार्षदों से भी अनुरोध किया है कि वे दाखिले के लिए अपने स्तर पर लोगों को प्रेरित करें। कैंटबोर्ड की ओर से स्कूल में नि:शुल्क शिक्षा के अलावा अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी। जो बच्चों की संया पर निर्भर रहेगी।
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