must read : महू हादसा : 24 दिन नीचे आई ‘खूनी लिफ्ट’, अब खुलेगा उस भयानक रात का बड़ा ‘राज’ सेंट्रल जेल अधीक्षक राकेश भांगरे ने बताया कि कैदी का नाम जीतू उर्फ जितेंद्र पिता धीरज निवासी राज नगर है। उसे दमे की बीमारी है और खून की उल्टियां होती हैं। कल रात को अचानक उसकी हालत बिगड़ गई थी। सांस लेने में तकलीफ होने पर उसे इलाज के लिए एमवाय अस्पताल भेजा गया था। वहां पर वार्ड में भर्ती कराया गया। वह शौच जाने के लिए उठा और फिर खिडक़ी से कूदकर फरार हो गया। जब काफी देर तक बाहर नहीं आया तो सिपाही को शक हुआ। वह अंदर गया तो वह भाग निकला था। इस पर जेल के साथ ही पुलिस को भी सूचना दी गई। वह भी वहां पर पहुंचे। आसपास तलाश किया गया, लेकिन नहीं मिला। इस पर उसके घर पर भी पुलिस टीम के साथ में पहुंचे थे। वहां पर भी नहीं मिला। उस पर मारपीट का केस दर्ज है और विचाराधीन कैदी है।
must read : सोनिया के साथ मुंबई में था जीतू सोनी, पुलिस के आने से पहले फरार, क्या पहले ही मिल गई थी जानकारी! मामला लग रहा संदिग्ध फरारी की सूचना पर अफसर वहां पर पहुंचे थे। अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे देखे गए इसमें एक सिपाही उसे वार्ड से बाथरूम तक लेजाते हुए दिख रहा है। उसके हाथ में हथकड़ी लिपटी हुई है। वहां पर दो जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन वहां पर एक ही मौजूद था। सिपाही ने जो कहानी बताई है कि उसके मुताबिक आरोपित खिडक़ी तोडक़र बाहर निकला है। अफसरों ने जब वहां की जांच की तो धूल थी, लेकिन किसी भी तरह के निशान नहीं थे, जबकि वहां से भागने पर निशान जरूर बनते। इसके चलते मामला संदिग्ध लग रहा है। सुबह उसके पकड़े जाने के बाद अभी पूछताछ नहीं हो पाई है, इसके चलते भागने की कहानी स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।