पुलिस के अनुसार संतोष पिता मदनलाल चौहान (34) निवासी न्यू मालवीय नगर को कल रात मृत अवस्था में बड़े अस्पताल लाया गया था। भाई सुरेंद्र ने बताया कि कल रात को वे अपने कमरे में चले गए। कुछ देर बाद बहन ने जाकर देखा तो वे फांसी पर लटके हुए थे। इस पर उतारकर निजी अस्पताल ले गए, जहां से उन्हें एमवायएच भेज दिया गया। यहां पर लेकर आए, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। संतोष का प्रॉपर्टी का काम-काज है। लॉकडाउन से पहले प्रॉपर्टी को लेकर उन्होंने पार्टी से रुपए भी ले लिए थे। लॉक डाउन के चलते प्रोजेक्ट अटके तो वे परेशान रहने लगे थे, क्योंकि पार्टी का भी लगातार दबाव उन पर बन रहा था। वहीं कुछ राजनीतिक और बड़े लोगों के कारण भी उनके काम नहीं हो पा रहे थे। इसके चलते वे परेशान चल रहे थे। वे कौन बड़े लोग हैं, इस बारे में जानकारी नहीं है, क्योंकि संतोष के काम-काज की ज्यादा बातें उनसे होती नहीं थी। काम अटकने के कारण उन्होंने दबाव में आकर यह कदम उठाया है। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और जांच कर रही है। मोबाइल की जांच से परेशान करने वालों के नाम सामने आ सकते हैं। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।