वर्तमान में शहर में लोक परिवहन के लिए साधन जरूर है, लेकिन इनकी सुगम और समय पर उपलब्धता नहीं होने से लोग अपने वाहन से ही शहर में आवाजाही करना पसंद करते हैं। सिटी बस सेवा लास्ट माइल कनेक्टिविटी के अभाव में लोकप्रिय नहीं हो पा रही है। यह बसें कॉलोनियों के दूरस्थ रास्तों तक ही छोड़ती है। इसके आगे के लिए छोटे लोक परिवहन की कोई योजना मूर्त रूप नहीं ले सकी है। इसी कड़ी में केबल कार, ई-रिक्शा जैसे विकल्प लिए जा रहे थे।
जानकारी के अनुसार केबल कार प्रोजेक्ट शहर के सघन क्षेत्र में वाहनों की संख्या में कमी के लिए तैयार किया गया था। इसके तहत राजबाड़ा क्षेत्र को आसपास से लोगों की आवाजाही के लिए इससे जोड़ा जा रहा था। इसे बीआरटीएस के फीडर रूट़स की तरह भी उपयोग करने का विचार है, जिससे लोग बीआरटीएस से संबंधित केबल स्टेशन तक आ कर राजबाड़ा की ओर आ-जा सकें। इससे राजबाड़ा की ओर सिटी बसेस व अन्य लोक परिवहन का मूव्हमेंट कम हो और उपर-उपर ही एलिवेटेड हो कर ट्रैफिक गुजर जाए। दूसरा यह लक्जरी साधन होने से सभी वर्ग इसका उपयोग करने के लिए आकर्षित हों।