मंदसौर में राहुल गांधी की सभा आज…इंदौर से कांग्रेसी रवाना
इंदौरPublished: Jun 06, 2018 10:47:38 am
पिछले किसान आंदोलन में मारे गए लोगों को देंगे श्रृद्धांजली, एक दिन पहले ही पहुंच गए कई नेता, भीड़ जुटाकर करेंगे शक्ति प्रदर्शन
मंदसौर में राहुल गांधी की सभा आज…इंदौर से कांग्रेसी रवाना
इंदौर. प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ असहयोग आंदोलन किसानों ने छेड़ रखा है, लेकिन असर दिखाई नहीं दे रहा, जबकि पिछले किसान आंदोलन में लोग इन चीजों के लिए तरस गए थे। इस बीच आज कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी मंदसौर आएंगे। यहां वे पीपल्यामंडी में पिछले किसान आंदोलन में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देंगे और सभा को संबोधित करेंगे। उनके साथ प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ, चुनाव अभियान समिति के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह सहित अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। प्रदेश के साथ राजस्थान के दिग्गज नेता भी सभा में शामिल होंगे।
चुनावी साल में राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल के मंदसौर आने पर इंदौर-उज्जैन संभाग के कांग्रेसी नेताओं का शक्ति प्रदर्शन भी होगा, क्योंकि मंदसौर उज्जैन संभाग में आता है और इंदौर से भी नजदीक है, इसलिए नेता शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं। मंदसौर में होने वाली सभा के लिए आज सुबह इंदौर से कांग्रेसी नेता अपने साथ भीड़ लेकर रवाना हुए। इनमें शहर अध्यक्ष प्रमोद टंडन, कांग्रेस नेता दीपू यादव, गोलू अग्निहोत्री, मोहन सेंगर, कमलेश खंडेलवाल, शैलेष गर्ग, देवेंद्र सिंह यादव, चिंटू चौकसे, पिंटू जोशी, अमन बजाज और हनुमान पाल आदि शामिल हैं। कई नेता कल मंदसौर के लिए रवाना हो गए। इनमें नरेंद्र सलूजा, राजेश चौकसे, गिरधर नागर, विनय बाकलीवाल, अनिल यादव, अफसर पटेल और संजय शुक्ला आदि शामिल हैं। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से कांग्रेसी अलसुबह मंदसौर रवाना हुए। इनमें वे नेता भी शामिल हैं, जो विधानसभा चुनाव लडऩा चाहते हैं।
एक लाख से ज्यादा भीड़ का लक्ष्य
सभा में एक लाख से ज्यादा भीड़ जुटाने का लक्ष्य कांग्रेस ने रखा। इसके लिए जिलेवार और विधानसभावार जिम्मेदारी कांग्रेस के नेताओं सहित युवक कांग्रेस के पदाधिकारियों को प्रभारी बनाकर दी गई। सभा की कमान कार्यकारी अध्यक्ष और राऊ से विधायक जीतू पटवारी के साथ मंदसौर की पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन के हाथ में है। कौन नेता कहां बैठेगा, यह इन्होंने ही तय किया है। मालूम हो कि पिछले किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की गोली और पिटाई से मारे गए 6 किसानों की पहली बरसी पर आज है।