पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल ने इंदौर स्टेशन पर ठहराव करने वाली ट्रेनों की साफ-सफाई का ठेका कामथेन को दे रखा है। कुछ समय पूर्व इसके खिलाफ कर्मचारियों ने मोर्चा खोला था और काम तक बंद कर दिया था। इसके बाद रेलवे के जिम्मेदारों ने जैसे-तैसे कर्मचारियों को मनाकर काम पर लौटाया, लेकिन जिस समय काम बंद किया तब कुछ ट्रेन कामचलाऊ सफाई कर ही रवाना कर दी गई थी। मामले में रेलवे ने कंपनी को कोई पेनल्टी तक नहीं लगाई। इस दौरान अधिकारियों ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया था कि मामले का जल्द निराकरण करवाया जाएगा। फिर भी कंपनी के कानों पर जू तक नहीं रेंगी और वही स्थिति रही। इसके बाद कर्मचारियों ने फिर से लिखित में रेल अधिकारियों के समक्ष शिकायत दर्ज कराई और नियमानुसार वेतन दिए जाने के साथ ही पुराना पीएफ राशि के साथ ही वेतन पर्ची दिए जाने की मांग रखी।
विभाग ने शुरू की जांच
इधर, कर्मचारियों को पूरा पीएफ नहीं दिए जाने की शिकायत भविष्य नि धि कार्यालय तक पहुंची। जिस पर जांच शुरू कर दी गई। कार्यालय ने भी रेलवे अधिकारियों से कर्मचारियों को दी जाने वाली तनख्वाह से लेकर अन्य दस्तावेज भी तलब किए हैं। इस मामले में पीएफ विभाग भी जांच कर रहा है।
इधर, कर्मचारियों को पूरा पीएफ नहीं दिए जाने की शिकायत भविष्य नि धि कार्यालय तक पहुंची। जिस पर जांच शुरू कर दी गई। कार्यालय ने भी रेलवे अधिकारियों से कर्मचारियों को दी जाने वाली तनख्वाह से लेकर अन्य दस्तावेज भी तलब किए हैं। इस मामले में पीएफ विभाग भी जांच कर रहा है।
कंपनी कर रही दावा
इधर, कंपनी ने रेल अधिकारियों को अपने स्पष्टीकरण में कहा कि वह कर्मचारियों को नियमानुसार वेतन दे रही है और पीएफ राशि भी खातों में डाली जा रही है। पुराना पीएफ भी जमा करवाया जा चुका है।
इधर, कंपनी ने रेल अधिकारियों को अपने स्पष्टीकरण में कहा कि वह कर्मचारियों को नियमानुसार वेतन दे रही है और पीएफ राशि भी खातों में डाली जा रही है। पुराना पीएफ भी जमा करवाया जा चुका है।