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इंदौर-उज्जैन दोहरीकरण : इंदौर व देवास के बीच शुरू होगा काम

locationइंदौरPublished: Mar 23, 2022 11:33:40 am

Submitted by:

Anil Phanse

बरलई ब्रिज का हो रहा निर्माणएक साल में होने वाला प्रोजेक्ट में लगेंगे दो साल, काम की गति धीमी

इंदौर-उज्जैन दोहरीकरण : इंदौर व देवास के बीच शुरू होगा काम

इंदौर-उज्जैन दोहरीकरण : इंदौर व देवास के बीच शुरू होगा काम

इंदौर । इंदौर-देवास-उज्जैन दोहरीकरण का कार्य अब देवास और इंदौर के बीच भी शुरू किए जाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए इलेक्ट्रिक साइड को लेकर मैदानी अमला सर्वे कर रहा है ताकि बीच में आने वालाी चेक पोस्टों को डिस्मेंटल कर हटाया जा सके। फिलहाल बरलई ब्रिज के काम के साथ ही उज्जैन से देवास के मध्य कड़छा से देवास के बिंजाना स्टेशन तक दोहरीकरण का कार्य चल रहा है। दोहरीकरण रेल मार्ग का काम पूरा होने पर ट्रेनों को गति भी मिलेगी और इंदौर से देवास – उज्जैन ट्रेनों का समय भी बचेगा। काम जिस गति से चल रहा है, उस हिसाब से दो साल और लगेंगे। हालांकि अधिकारी जल्द काम पूरा करने का दावा कर रहे हैं।
दरअसल, वर्ष 2016-17 के वार्षिक बजट में रेल मंत्रालय ने इंदौर-उज्जैन मार्ग के दोहरीकरण की घोषणा की थी। इंदौर- देवास – उज्जैन दोहरीकरण करीब 79.4 किलोमीटर का काम 650 करोड़ रुपए की लागत से किया जाना है। इसमें सिविल वर्क के अलावा सिग्नलिंग, टीआरडी, इलेक्ट्रिक पावर विभाग व अन्य विभागों के खर्च को भी शामिल किया गया है। दिसंबर 2020 में उज्जैन से कड़छा के बीच 15 किलोमीटर का काम पूरा हो गया था। रूट पर कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) ने निरीक्षण कर ट्रेनों के संचालन की अनुमति दे दी थी। बाद में बजट की कमी के कारण कड़छा से देवास के बीच चल रहे काम को ठेकेदार ने रोक दिया था। इसके बाद रेलवे ने 178 करोड़ रुपए जारी किए थे। वर्तमान में देवास से नारांजपुरी के बीच काम चल रहा है। वहीं बरलई ब्रिज का काम भी चल रहा है।
२0२३ की समयसीमा
इस प्रोजेक्ट की टाइम लिमिट साल २०२३ है, लेकिन काम की गति को देखते हुए नहीं लगता कि यह समय सीमा में पूरा हो पाएगा। जिस गति से काम चल रहा है, उसमें अभी दो साल और लगेंगे। रेलवे फिलहाल उज्जैन-देवास के बीच ही काम कर रहा है। हालांकि अभी भी देवास से उज्जैन की ओर नारंजीपुर में काम चल रहा है।
ब्रिज में लगेगा समय
इस प्रोजेक्ट में मांगलिया, बरलई, लक्ष्मीबाई नगर में तीन ब्रिज बनना हैं। इसमें अभी बरलई पर ब्रिज बनाए जाने का काम चल रहा है। वहीं दो नालों पर भी काम जारी है। ब्रिज बनाए जाने में एक साल से अधिक समय लग जाएगा। हालांकि रेलवे के इलेक्ट्रानिक सेक्शन द्वारा देवास से इंदौर के बीच इलेक्ट्रिक वर्क, छोटे-छोटे चेक पोस्ट आदि को लेकर सर्वे किया जा रहा है और दोहरीकरण के बीच में आने वाले बाधक स्थलों को परीक्षण किया जा कर हटाए जाने का काम हो रहा है।
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