अपने ड्रीम प्रोजेक्ट कालाकुंड-पातालपानी का अंतिम दौरा करने पहुंचे थे
पर्यटकों को फूल और चॉकलेट बांटकर लिया फीडबैक
महू / पॉइंटमैन को सीने में दर्द उठा तो निरीक्षण छोड़ अस्पताल लेकर भागे रेलवे डीआरएम
डॉ. आंबेडकरनगर (महू). रतलाम मंडल के डीआरएम आरएन सुनकर का ट्रांसफर वेस्ट सेंट्रल रेलवे जोन जबलपुर में बतौर चीफ प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में हुआ है। मंगलवार को डीआरएम ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट पातालपानी-कालाकुंड हेरिटेज ट्रैक का अंतिम निरीक्षण किया। इस दौरान विश्व धरोहर सप्ताह की शुरुआत करते हुए पर्यटकों को फूल और चॉकलेट बांटी और फीडबैक लिया। डीआरएम के दौरे के दौरान ही पातालपानी में एक कर्मचारी को सीने में दर्द हुआ तो खुद डीआरएम दौरा बीच में ही छोड़ महू रेलवे अस्पताल रवाना हो गए।
डीआरएम हेरिटेज ट्रेन में सवार होकर महू रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां से पातालपानी स्टेशन होते हुए पातापानी झरने के सामने के स्टॉपेज पर पहुंचे। जहां उन्हें वरिष्ठ पाइंट्स मेन रामअवतार कुमायु नहीं दिखे, जो हमेशा उनके निरीक्षण के दौरान यहां रहते हैं। तो वे केबिन में गए। जहां रामअवतार कुर्सी पर बैठे रहे व उनकी तबीयत बिगड़ी हुई नजर आए।
बात भी नहीं कर पा रहा था डीआरएम ने चर्चा की तो वे बात भी नहीं कर पाए। तो डीआरएम ने उन्हें सहारे से उठाया व खुद सहारा देकर गाड़ी तक लाए। और वाहन में बैठाया। साथ में मुख्य टिकट चेकर राकेश दुबे उन्हें लेकर रेलवे अस्पताल पहुंचे। राकेश दुबे ने बताया रामअवतार को काफी घबराहट हो रही थी। अस्पताल में इसीजी कराया, व प्रारंभिक उपचार कर हृदय रोग विशेषज्ञ को दिखाया व फिर निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इससे पहले डीआरएम आरएन सुनकर भी रेलवे अस्पताल पहुंचे और कर्मचारी के स्वास्थ्य के बारे में डॉक्टर व स्टाफ से चर्चा की।यहां से जाने के बाद भी उन्होंने राकेश दुबे को मोबाइल लगाकर रामअवतार के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली व कहा उपचार में किसी प्रकार की कमी न रखने दें।
मोमेंटो और बुके देकर दी विदाई भारतीय रेलवे द्वारा 19 से 25 नवंबर तक विश्व धरोधर सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसी को लेकर सुनकर पातालपानी पहुंचे थे। महू से हेरिटेज ट्रेन में रवाना होने पर ट्रेन के अंदर ही मजदूर संघ के सहायक मंडल मंत्री राकेश दुबे, अजय ङ्क्षसह शेखावत, महेश तिवारी, राजेश खोड़े, अमित कुमार रोनक, विजयनाथ यादव आदि ने मोमेंटो व बुके देकर विदाई दी।
रिलीव होने के अंतिम दिन हेरिटेज ट्रेन में बिताया समय हेरिटेज ट्रेन के प्रोजेक्ट को पूरा करने में डीआरएम आरएन सुनकर की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने हेरिटेज ट्रेन शुरू होने से पहले व शुरुआत के बाद भी कई निरीक्षण किए व पर्यटकों की सुविधा के लिहाज से लगातार काम किया। पद से रिलीव होने के अंतिम दिन उन्होंने हेरिटेज ट्रेन में समय बिताया।