महू-बलवाड़ा के बीच अलग-अलग हिस्सों में सरकारी और सरकारी एजेंसियों की जमीन के अधिग्रहण के लिए रेल अफसरों ने महू एसडीएम के मार्फत एक सूचना जारी की थी, दावे-आपत्ति के बाद जमीन रेलवे के सुपुर्द करने की कार्रवाई शुरू हो गई है। हाल ही में संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने प्रमुख राजस्व आयुक्त को पत्र लिखा है, जिसमें रेलवे को महू के झिरकिया खेड़ी की ०.267 हेक्टेयर जमीन ट्रांसफर करने को लेकर जानकारी दी है। पत्र में बताया गया कि उक्त प्रकरण नियम भी पूरे कर दिए गए हैं।
अभी यहां जमीन और चाहिए चौरडिय़ा में 3.7 हेक्टेयर, उमठ में 9.2 हेक्टेयर, रसकुंडिया में 1.2 हेक्टेयर, रतवी में 2.6 हेक्टेयर, बैकां में 6.9 हेक्टेयर, कुलथाना में 4.2 हेक्टेयर और गवालू में 7 हेक्टेयर जमीन की जरूरत बताई गई है। रेलवे की मंशा है कि जल्द से जल्द जमीन अधिग्रहण कर लिया जाए, क्योंकि बलवाड़ा से सनावद के बीच जमीन अधिग्रहण लगभग पूरा हो चुका है।
पिछले वर्ष ली थी वन विभाग की जमीन रतलाम मंडल से सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट महू-सनावद ब्रॉडगेज लाइन को लेकर रतलाम मंडल महू से कालाकुंड तक करीब 26 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण करने के लिए सूचना जारी की थी। यह भूमि वन विभाग और राजस्व विभाग की थी। जुलाई अंत तक इस जमीन को प्रोजेक्ट में शामिल कर दिया गया था।
बेहतर बजट मिला, नहीं हुआ काम महू से खण्डवा के बीच ब्रॉडगेज लाइन बिछाने के लिए वर्षों से रेलवे तैयारी कर रहा है, लेकिन आज तक कुछ हिस्सों को छोड़ काम आगे नहीं बढ़ा। वर्ष 2018-19 के लिए बजट में ब्रॉडगेज लाइन के लिए 4060 करोड़ रुपए मिले थे, लेकिन महू-खण्डवा सेक्शन को इससे फायदा नहीं मिला क्योंकि रेलवे अफसरों की उदासीनता के कारण महू से सनावद के बीच सर्वे ही पूरा नहीं हुआ। न ही पूरी तरह से जमीन अधिग्रहित हुई है। इसी तरह इस बार रेल बजट में महू-खण्डवा अकोला लाइन के लिए 355 करोड़ रुपए मिले हैं।