जानकारी के अनुसार शास्त्री बिज और प्लेटफार्म एक के मुहाने पर लगे ये होर्डिग्ंस वर्षों पहले ताने गए थे। वर्षों तक रेलवे ने इन होर्डिंग्स से राजस्व एकत्र किया। इसके बाद नगर निगम ने इन होर्डिंग्स पर आपत्ति जताई और मामला कोर्ट में चला गया। वर्तमान में इस मामले में किसी तरह का निराकरण नहीं हुआ है। एक रेलवे अफसर ने बताया कि इन जर्जर होर्डिंग्स का मामला कोर्ट में चल रहा है, इसलिए हम इन्हें हटा नहीं सकते हैं। इसलिए कोर्ट से अनुमति मांगी है। अनुमति मिलते ही खतरनाक हो चुके होर्डिंग्स को हटाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
हो सकता है बड़ा हादसा अगर इस होर्डिंग्स की भारी भरकम लोहे की चादरें गिर जाती हैं, तो प्लेटफार्म एक पर मौजूद यात्रियों को नुकसान होगा। हालांकि होर्डिंग और प्लेटफार्म में दूरी है, लेकिन ठीक प्लेटफार्म एक से लगे होर्डिंग के कारण नुकसान होने की संभावना है। इसके साथ शास्त्री ब्रिज पर २४ घंटे आवाजाही रहती है। यहां भी हादसा होने का खतरा बना हुआ है।