जानकारी के अनुसार १७ मार्च को दोपहर २ बजे रेल मंत्री उज्जैन स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर आठ पर कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। यहां पर उज्जैन-फतेहाबाद गेज कन्वर्जन कार्य का शुभारंभ करेंगे। इसके साथ गंभीर नदी पर बनने वाले डबल लाइन ब्रिज का भूमिपूजन भी करेंगे। इसके बाद इंदौर के लिए रवाना हो जाएंगे।
लिफ्ट की मिलेगी सौगात
इंदौर में रेल मंत्री गोयल एस्केलेटर का विधिवत शुभारंभ करेंगे। इसके साथ ही सीढिय़ों के पास बनी दोनों लिफ्ट यात्रियों के लिए शुरू होंगी। इसके अलावा स्टेशन लगी एलइडी लाइट को भी उसी दिन से शुरू किया जाएगा। फिलहाल यह लाइट अभी टेस्टिंग के दौर से गुजर रही है।
इंदौर में रेल मंत्री गोयल एस्केलेटर का विधिवत शुभारंभ करेंगे। इसके साथ ही सीढिय़ों के पास बनी दोनों लिफ्ट यात्रियों के लिए शुरू होंगी। इसके अलावा स्टेशन लगी एलइडी लाइट को भी उसी दिन से शुरू किया जाएगा। फिलहाल यह लाइट अभी टेस्टिंग के दौर से गुजर रही है।
इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए भूमिपूजन
इस आम बजट में लक्ष्मीबाई नगर से फतेहाबाद ? होते हुए रतलाम तक इलेक्ट्रीफिकेशन के लिए भी पैसा जारी हुआ है। इस ओएचई लाइन का भूमिपूजन भी किया जाएगा। इसके अलावा इंदौर-देवास-उज्जैन डबल लाइन का भूमिपूजन भी किया जाएगा।
इस आम बजट में लक्ष्मीबाई नगर से फतेहाबाद ? होते हुए रतलाम तक इलेक्ट्रीफिकेशन के लिए भी पैसा जारी हुआ है। इस ओएचई लाइन का भूमिपूजन भी किया जाएगा। इसके अलावा इंदौर-देवास-उज्जैन डबल लाइन का भूमिपूजन भी किया जाएगा।
कोचिंग डिपो शुरू होगा
इंदौर स्टेशन से ही महू में बने ब्रॉडगेज लाइन की ट्रेनों के लिए कोचिंग डिपो का शुभारंभ भी किया जाएगा। महू स्टेशन के विकास के लिए अन्य कार्यों का भूमिपूजन भी किया जाएगा।
इंदौर स्टेशन से ही महू में बने ब्रॉडगेज लाइन की ट्रेनों के लिए कोचिंग डिपो का शुभारंभ भी किया जाएगा। महू स्टेशन के विकास के लिए अन्य कार्यों का भूमिपूजन भी किया जाएगा।
मुफ्त में काम करवाकर फंस गया आईडीए
योजना १४० के आनंदवन में बने पासपोर्ट ऑफिस को शुरू हुए एक साल से अधिक समय हो गया, लेकिन आईडीए को अब तक पूरा पैसा नहीं मिला। ऑफिस की साज-सज्जा के साथ आईडीए ने सुपरविजन चार्ज भी नहीं लिया, लेकिन विदेश मंत्रालय ने काम का पैसा भी पूरा नहीं दिया। आईडीए की हाईराइज इमारत में इंदौर के पासपोर्ट ऑफिस के लिए कक्ष क्रमांक १ व ७ प्राधिकरण ने किराए पर दिया।
योजना १४० के आनंदवन में बने पासपोर्ट ऑफिस को शुरू हुए एक साल से अधिक समय हो गया, लेकिन आईडीए को अब तक पूरा पैसा नहीं मिला। ऑफिस की साज-सज्जा के साथ आईडीए ने सुपरविजन चार्ज भी नहीं लिया, लेकिन विदेश मंत्रालय ने काम का पैसा भी पूरा नहीं दिया। आईडीए की हाईराइज इमारत में इंदौर के पासपोर्ट ऑफिस के लिए कक्ष क्रमांक १ व ७ प्राधिकरण ने किराए पर दिया।
इसके बाद इनकी साज-सज्जा का काम भी आईडीए को ही मिला। आईडीए ने करीब ढाई करोड़ रुपए खर्च किए। पासपोर्ट ऑफिस इंदौर आ रहा था और शहर को अच्छी सौगात मिल रही थी, इसके चलते सुपरविजन चार्ज भी नहीं लिया, जो करीब पांच फीसदी होता था। साज-सज्जा का पैसा पासपोर्ट विभाग ने समय पर देने का वादा तो किया, लेकिन उद्घाटन होने के बाद वादा भूल गए।