must read : जरा याद करो कुर्बानी : कान के पास से गोली निकली तो जान सूखी, आजादी के जज्बे में हर प्रताडऩा लगती तोहफा इंदौर स्टेशन पर यात्रियों की इस सेवा को सतत रूप से संचालन करने के लिए क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति द्वारा रेलवे बोर्ड सहित पश्चिम रेलवे के तमाम वरिष्ठ अफसरों को शिकायत की गई है।इन्दौर रेलवे स्टेशन ए-वन श्रेणी में है। इसके बाद भी रेल यात्रियों को भोजन के लिए स्टेशन के बाहर महंगे होटलांे का चक्कर लगाना पड़ रहा है। समिति सदस्य जगमोहन वर्मा ने बताया कि स्टेशन पर 9 केटरिंग स्टाल, रेलवे रिफ्रेशमेंट रूम (भोजनालय) और कैफेटेरिया में जनता खाना का बोर्ड तो लगा है, लेकिन जनता खाना किसी भी स्टाल पर नहीं मिलता है। इस संबंध में 10 अगस्त को अध्यक्ष रेलवे बोर्ड, रेलवे महाप्रबध्ंाक मुम्बई और डीआरएम रतलाम को लिखित शिकायत की गई है।
must read : फरारी में भी यह गुंडा जाता था पुलिस थाने और अफसरो से मिलने …इसलिए नहीं रखते इंदौर रेलवे स्टेशन टर्मिनेट स्टेशन है। अधिकांश यात्री इंदौर से ही रवाना होते हैं। इसलिए या तो खाना साथ में लाते हैं या फिर खाकर आते हैं। इसलिए जनता खाना और भोजनालय में ब्रिकी कम है। यही कारण है कि रेलवे के नियम दरकिनार करते हुए स्टाल, कैफेटेरिया और भोजनालय संचालक जनता खाना नहीं रखते है।
महीनों से बंद है भोजनालय स्टेशन के प्लेटफार्म-1 पर बना भोजनालय भी महीनों से बंद पड़ा है। जनता खाना का मूल्य 15 रुपए है, जिसमें 175 ग्राम पूड़ी, 150 ग्राम सब्जी, 15 ग्राम अचार एवं 1 हरीमिर्च सहित कुल 340 ग्राम जनता खाना केटरिंग स्टाल पर अनिवार्य रूप से बेचना है, लेकिन पूरे स्टेशन पर यह उपलब्ध नहीं है।