मौसम केंद्र का कहना है कि बंगाल की खाड़ी तरफ से सिस्टम पश्चिमी मध्यप्रदेश पहुंच चुका है। उम्मीद है कि पिछले कई दिनों से सूखे की मार झेल रहे प्रदेश को राहत मिल सकेगी। इसकी शुरुआत सुबह से हो चुकी है। भले ही बारिश पश्चिमी हिस्से में हुई है और पूर्वी हिस्सा रीता रह गया, लेकिन 24 घंटे के भीतर पूरे शहर में एक जैसी बारिश की संभावना है। वैसे इंदौर में अब तक बारिश का आंकड़ा 15 इंच से कुछ ही ऊपर है। सामान्य बारिश के लिए भी अभी 12 इंच बारिश की जरूरत है। आधा सावन सूखा जाने के बाद अब उम्मीद है कि जाते-जाते सावन शहर को तरबतर करके जाएगा।
किसान हो रहे थे परेशान बारिश की कमी के कारण किसान काफी परेशान हो रहे थे। पर्याप्त पानी नहीं मिलने से फसलों के कुपोषित होने की संभावना है। अभी भी अच्छी पैदावार के लिए पांच इंच बारिश की आवश्यकता है। कम बारिश के कारण सोयाबीन पीली पड़ रही थी और फसलों में कीड़े लगने का भी डर बना रहता है। ऐसे में आगामी दिनों में अच्छी बारिश होना किसानों के लिए शुभ संकेत है। बारिश नहीं होने से तालाबों में ढेढ़ फीट पानी कम हो गया था। यशवंत सागर और बिलावली तालाब का वॉटर लेवल भी कम हो गया था। शहर में बारिश की कमी के चलते इंद्रदेश को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न धार्मिक संस्थानों द्वारा हवन और यज्ञ भी किए गए थे।