हीरा नगर इलाके में रविवार देर रात हुई इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद पुलिस ने नंदू (30) पिता शंभू गामड़ निवासी ग्राम धतुरिया झाबुआ को गिरफ्तार किया था। नंदू से पूछताछ करने के लिए मंगलवार को सबसे पहले एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र पहुंचीं। उसके बाद में एडीजी वरुण कपूर पहुंचे और उससे पूछा कि बच्ची के साथ ऐसी हरकत क्यों की? पहले तो नंदू चुप रहा। बाद में बोला, मुझे नहीं पता उस समय क्या हो गया। रात में अचानक नींद खुली और उठकर इस बच्ची की झोपड़ी के पास गया। वहां से इसी बच्ची को लेकर बलात्कार के बाद हत्या कर दी। उसकी बातों से नहीं लगा कि उसे घटना को लेकर कोई पछतावा है। एएसपी प्रशांत चौबे ने बताया, पुलिस ने डीएनए सेम्पलिंग कराई है। आरोपी के ब्लड सेंपल के साथ उसके व बच्ची के कपड़े जब्त किए हैं। उन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा। आरोपी से घटना का नक्शा बनवाया गया। कैसे वह अपनी झोपड़ी से बच्ची की झोपड़ी तक पहुंचा। कैसे वह बच्ची को उठाकर ले गया। वहां हरकत के दौरान कैसे उसका मुंह दबाया। बाद में जब वह रोने लगी तो कैसे उसकी हत्या के बाद शव कुएं में फेंक दिया। इसी आधार पर पुलिस ने घटना का रीक्रिएशन भी करवाया। इसके बाद नंदू को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेजा गया।
यह है घटनाक्रम नंदानगर स्थित बीमा अस्पताल के पास खेत में रविवार रात मजदूर माता-पिता के साथ 4 वर्षीय मासूम झोपड़ी के बाहर सो रही थी। रात 1.50 बजे पिता लघुशंका के लिए उठे तो बेटी नहीं दिखा। उन्होंने शोर मचाया और हीरानगर पुलिस को रात 3 बजे सूचना दी। करीब 16 घंटे बाद सोमवार शाम 7 बजे बच्ची का अद्र्धनग्न शव खेत में ही एक ओर बने कुएं से मिला।