उल्लेखनीय है कि लगातार मिल रही शिकायतों के बाद आरटीओ ने एक नोटिस जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि एप बेस्ड टैक्सी व बाइक राइड आदि सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इन सेवाओं के एवज में आम यात्रियों से जो शुल्क लिया जा रहा है, वह आरटीओ द्वारा शुल्क निर्धारण से अलग है। जिसका पालन नहीं किया जा रहा है। इसके साथ स्कीम को भी बदला गया है।
आज सुबह भी रेपीडो टैक्सी सर्विस ने अपनी सेवाएं चालू रखीं। रीगल तिराहे के आसपास ही आधा दर्जन से अधिक
बाइक टैक्सी उपलब्ध हैं। बुक करने पर सेवाएं भी दी जा रही हैं, जबकि आरटीओ ने नोटिस जारी कर इस सेवा को तत्काल बंद कर कंपनी को आरटीओ दफ्तर तलब किया था। जानकारी के अनुसार रेपीडो जैसी सेवाओं के अंतर्गत यात्रियों को यहां से वहां छोडऩे की सेवाएं दी जा रही हैं। जिसमें चालक द्वारा बाइक पर यात्री को यहां से वहां छोड़ा जाता है। जबकि रेंट ए मोटरसाइकल स्कीम के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति निर्धारित नियमों का पालन कर प्रचालक से बाइक व स्कूटर किराए पर ले सकता है और स्वयं चला सकता है, लेकिन रेपीडो व इसी तरह अन्य कंपनियों ने स्कीम को ही बदल दिया।
बाइक टैक्सी उपलब्ध हैं। बुक करने पर सेवाएं भी दी जा रही हैं, जबकि आरटीओ ने नोटिस जारी कर इस सेवा को तत्काल बंद कर कंपनी को आरटीओ दफ्तर तलब किया था। जानकारी के अनुसार रेपीडो जैसी सेवाओं के अंतर्गत यात्रियों को यहां से वहां छोडऩे की सेवाएं दी जा रही हैं। जिसमें चालक द्वारा बाइक पर यात्री को यहां से वहां छोड़ा जाता है। जबकि रेंट ए मोटरसाइकल स्कीम के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति निर्धारित नियमों का पालन कर प्रचालक से बाइक व स्कूटर किराए पर ले सकता है और स्वयं चला सकता है, लेकिन रेपीडो व इसी तरह अन्य कंपनियों ने स्कीम को ही बदल दिया।
गुंडागर्दी पर उतर आए ऑटो चालक इधर, सस्ती सवारी सेवा रेपीडो के आने से ऑटो चालकों की मनमानी खत्म हो गई है। लोगों को कम पैसे में बेहतर सेवाएं मिल रही हैं। रोजगार में हो रहे नुकसान की खीझ अब ऑटो चालक रेपीडो बाइक राइडर पर निकाल रहे हैं। हाल ही में एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ ऑटो चालकों ने एक रेपीडो के बाइक चालक को घेर रखा है और अपशब्द कह रहे हैं। इसी दौरान एक ऑटो चालक उसके साथ मारपीट भी कर रहा है।
यह गलत बात है इस मामले में इंदौर ऑटो रिक्शा महासंघ के राजेश बिड़कर ने बताया कि हम नियमों पर लड़ाई लड़ रहे हैं। एप बेस्ड टैक्सी चालकों से मारपीट हो रही है, जो गलत है। हम आज आरटीओ से मिलेंगे और रेपीडो चालकों पर कार्रवाई करने के लिए कहेंगे।