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छात्रावासों का सच, बच्चों को दे रहे कच्चे चावल, मिठाई-पनीर की दावतें उड़ा रहे अफसर

locationइंदौरPublished: Jun 30, 2022 08:46:36 pm

Submitted by:

deepak deewan

पानी जैसी रहती है दाल और सब्जियां
 

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पानी जैसी रहती है दाल और सब्जियां

इंदौर। शहर के एक छात्रावास में भोजन की क्वालिटी ने प्रदेशभर के छात्रावासों की सच्चाई उजागर कर दी है. यहां के मल्हार आश्रम स्कूल में गुणवत्तापूर्ण भोजन नहीं मिल पा रहा है। यहां के छात्रों का आरोप है कि भोजन में उन्हें कच्चे चावल और पनियल दाल दी जाती है. पानी से भरी सब्जियां खाई ही नहीं जाती। इस कारण कई छात्र तो फूड पायजनिंग के कारण बीमार भी हो चुके हैं। खास बात तो यह है कि ये वे मेधावी छात्र हैं जोकि सुपर 100 योजना के तहत प्रदेशभर से चुनकर इंदौर में पढ़ने के लिए आए हैं.
छात्रावास के छात्र महेश्वर शुक्ला ने बताया कि यहां का एक छात्र मयूर पटवा फूड पायजनिंग के कारण बीमार हो गया था. उसकी हालत इतनी गंभीर हो गई कि उपचार के लिए आखिरकार उसे अपने घर जाना पड़ा। इसके अलावा कई अन्य छात्र भी यहां मिल रहे घटिया भोजन के कारण बीमार हो चुके हैं।
मल्हार आश्रम के छात्रावास में रहने वाले करीब 200 विद्यार्थियों ने ये सभी आरोप लगाए- सबसे बुरी बात तो यह है कि उन्हें हमेशा पानी वाली दाल और सब्जी ही खाने को दी जाती है। जबकि मेस में भोजन व्यवस्था जांचने आनेवाले टीचर्स को पनीर और मिठाई खिलाई जाती है। छात्र सौरभ व आशीष कुशवाह ने बताया कि स्कूल परिसर में रात में असामाजिक तत्व आते हैं। स्कूल परिसर में खुलेआम शराबखोरी करते हैं और सिगरेट पीते हैं। छात्रों की सुरक्षा के लिए यहां कोई सुरक्षा गार्ड भी नहीं है। मल्हार आश्रम के छात्रावास में रहने वाले करीब 200 विद्यार्थियों ने ये सभी आरोप लगाए हैं।
इधर मल्हार आश्रम छात्रावास के मेस संचालक राजाराम जैन ने सफाई दी है कि छात्रों को बेहतर भोजन देते हैं। छात्रों के लिए बने भोजन को स्कूल के टीचर्स व प्राचार्य भी कई बार चख चुके हैं। उन्हें कभी शिकायत नहीं हुई। उनके लिए अलग से कोई भोजन नहीं बनाया जाता।

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