आंध्रप्रदेश में मिर्च की फसल खराब
बताया जा रहा है कि आंध्र में पहले ज्यादा बारिश के कारण पहले मिर्च की फसल प्रभावित हुई थी और खराब हो गई थी। लेकिन उम्मीद थी कि दूसरी तोड़ के दौरान किसानों का घाटा कुछ हद तक कवर हो जाएगा। लेकिन दूसरी तोड़ से पहले ही आंध्र में वायरस ने मिर्च की फसल पर अटैक किया जिसके कारण मिर्च की फसल काफी हद तक बर्बाद हो गई है। आंध्र में मिर्च की फसल खराब होने से साफ है कि लाल मिर्च के निर्यात पर इसका असर पड़ेगा और मिर्च के दामों तेजी आएगी।
'मायलॉड मेरी पत्नी औरत नहीं मर्द है', ऑपरेशन कराकर बनी है महिला, जानिए मामला
मध्यप्रदेश के किसानों को हो सकता है फायदा
बता दें कि मध्यप्रदेश में भी लाल मिर्च की खेती मालवा निमाड़ में अच्छे पैमाने पर होती है। मध्यप्रदेश में कुछ क्षेत्रों को छोड़कर बाकी हिस्सों मिर्च की फसल पहली तोड़ में ठीक उतरी थी, और उस समय के हिसाब से अच्छे भाव से बिकती रही। मध्यप्रदेश की फसल अंतिम चरण में है। उम्मीद है कि निमाड़ की जब नई फसल आएगी, तब देश में बेहतर क्वालिटी का माल देने वाले इसी प्रदेश के किसान होंगे और किसानों को मिर्च की फसल के अच्छे दाम मिल सकते हैं।
किसानों के लिए जरुरी खबर, 25 मार्च से नहीं होगी समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी
उम्मीद जताई जा रही है कि वर्तमान में जो मिर्च 150-200 रुपए किलो बिक रही है वो आने वाले दिनों में 300-400 रुपए प्रति किलो तक बिक सकती है। जानकार क्षेत्रों के अनुसार इस वर्ष मध्यप्रदेश, आंध्र एवं कर्नाटक में बड़ी मात्रा में लालमिर्च की बोवनी हुई थी लेकिन आंध्र व कर्नाटक के कई हिस्सों में वायरस के अटैक ने लाल मिर्च की फसल को बर्बाद किया है जिसके कारण मिर्च के दामों में अच्छी बढ़ोत्तरी हो सकती है।