हुकमाखेड़ी तालाब के वॉल्ब में फंसा खजूर का पेड़ निकाला
इंदौरPublished: Oct 19, 2019 08:39:52 pm
किनारे से बहकर आकर फंस गया था वाल्व में15 कर्मचारियो ने काटकर निकाला पेड
इंदौर.
सरस्वती नदी में पानी के मुख्य साधन हुकमाखेड़ी तालाब के वॉल्ब में खजूर का पेड फंस गया था। वाल्ब में फंसे इस पेड के कारण तालाब का पानी लगातार बह रहा था। शनिवार को वॉल्ब में फंसे इस पेड को दो हिस्सों में काटकर बमुश्किल से निकाला। जिसके बाद वाल्ब को बंद किया जा सका।
बरसात के दौरान तालाब के पानी का लेवल वाल्ब से उपर था। वहीं पानी थमने के बाद लगातार तालाब का पानी तेजी से कम होता जा रहा था। इसके चलते निगम कर्मचारी शनिवार को इसका निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होने यहां देखा कि तालाब की पाल पर होलकर शासन के समय लगाए वाल्ब में पेड फंसा हुआ है। उन्होने पहले वाल्ब को बंद करने की कोशिश की। लेकिन जब वॉल्ब बंद नहीं हुआ तो उन्होने वरिष्ठ अफसरों को इसकी सूचना दी। जिसके बाद निगम ने यहां पर पेड काटने के लिए 15 मजदूरों की टीम को लगाया। 30 फीट लंबे खजूर के पेड को कर्मचारियों ने पहले कुल्हाडी से काटा और उसके बाद इसके बाहर की ओर निकले हिस्से को रस्सियों की मदद से खिंचकर बाहर निकाला। वहीं वाल्ब में अटके हुए हिस्से को भी पानी के प्रेशर के साथ आगे धकाते हुए बाहर किया गया। लगभग चार घंटे की मशक्कत के बाद पेड निकल पाया। जिसके बाद इस वॉल्व को बंद किया जा सका। वहीं वॉल्ब बंद होने के बाद पानी का बहना रूका। जोनल अधिकारी सतीश गुप्ता के मुताबिक इस तालाब के कारण न सिर्फ सरस्वती नदी में पानी का स्तर बना रहता है। बल्कि आसपास के गांव और टाउनशिप के बोरिंग भी इससे चार्ज होते हैं। पेड के कारण इसमें से लगातार पानी बह रहा था। हमने पेड निकाल दिया है। चूंकी अभी भी चैनल से तालाब में लगातार पानी आ रहा है। इसलिए हमें उम्मीद है कि तालाब का वाटर लेवल जल्द ही वापस से बढ़ जाएगा।