लोधा कॉलोनी और सेठी नगर हटाने का प्रस्ताव, डेवलपर को मिलेगी कमर्शियल उपयोग की छूट
इंदौर. शहर के स्मार्ट बनने पर महूनाका क्षेत्र का चेहरा ही बदल जाएगा। बस्तियों को हटाकर हाईराइज बिल्डिंग बनाकर शहर को स्मार्ट सिटी में तब्दील किया जाएगा।
वाट्सएप पर भेजा था माहौल बिगाडऩे वाला मैसेज, पुलिस ने पकड़ा तो ऐसे माफी मांगने लगा गुरुवार को नगर निगम ने नगरीय प्रशासन मंत्री के समक्ष कार्ययोजना प्रस्तुत की। स्मार्ट सिटी की डेवलपमेंट ड्राइव में महूनाका के नजदीक स्थित दो बस्तियों लोधा कॉलोनी और सेठी नगर के स्थान पर हाईराइज बिल्डिंग बनाई जाएगी। इस क्षेत्र को स्मार्ट पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के आधार पर विकसित करने की योजना तैयार की गई है।
पत्रिका की पहल : क्या सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था से आप संतुष्ट है? सुधार के लिए यहां दें राय लोधा कॉलोनी और सेठी नगर को हटाकर उसके स्थान पर 960 परिवारों को हाईराइज बिल्डिंग में ही ईडब्ल्यूएस श्रेणी के फ्लैट दिए जाएंगे। इसमें एक बेडरूम, एक हॉल, किचन, बाथरूम और बॉलकनी रहेगी। पीपीपी के माध्यम से डेवलपर को क्षेत्र के करीब 35 प्रतिशत हिस्से यानी 15600 वर्ग मीटर जमीन पर कमर्शियल उपयोग की छूट मिलेगी।
कार पॉलिश करने के बहाने रेकी करने आते है और बाद में ऐसे हो जाती है चोरी मंत्री माया सिंह ने गुरुवार को रेसीडेंसी कोठी में नगर निगम अधिकारियों की बैठक ली। इसके पूर्व मंत्री ने महापौर मालिनी गौड़, विधायक महेंद्रसिंह हार्डिया और सुदर्शन गुप्ता से चर्चा की। महापौर ने स्मार्ट सिटी के लिए टीडीआर पॉलिसी, शहरी क्षेत्र विस्तार के अनुपात में चूंगी क्षतिपूर्ति राशि बढ़ाने, स्मार्ट सिटी चिह्नित क्षेत्र की सरकारी जमीन स्मार्ट सिटी कंपनी को देने और निगम के रिक्त पदों को भरने के ेलिए सहयोग मांगा। इन विषयों पर मंत्री ने सहमति दी।