आयोजन के दौरान छत्रीबाग सहित आसपास के रहवासी शामिल हुए और नदी शुद्धीकरण में अहम भूमिका निभाने का संकल्प लिया। हर रविवार को कान्ह व सरस्वती नदी की सफाई को लेकर पत्रिका समूह विशेष अभियान चला रहा है। इसके चलते आज 8 बजे पकृति प्रेमी, शहर के जागरूक नागरिक और आसपास के रहवासी बड़ी संख्या में गणगौर घाट पर इकट्ठा हुए।
सभी ने घाट किनारे सफाई का अभियान चलाया। कोई झाड़ू लगा रहा था तो किसी ने घाट के नीचे नदी में उतरकर गाद को साफ किया। पत्रिका समूह के यूनिट हेड विजय जैन, गणेश चौधरी, पार्षद राजेश शुक्ला, गणेश यादव, जीतू कुशवाह, पिंकी बैतव व मनोरमा मिश्रा सहित कई समाजसेवी संगठनों व एनजीओ के कार्यकर्ता शामिल थे। घाट के किनारे से जल कुंभी को निकाला गया। सभी ने संकल्प लिया कि वे नदी के शुद्धीकरण और जल बचाव को लेकर लगातार प्रयास करेंगे।
लोकमाता ने बनाया था घाट लोकमाता अहिल्याबाई ने देशभर में घाटों का निर्माण कराया था। इंदौर में गणगौर घाट भी उस फेहरिस्त में शामिल था जिसके किनारे शिव मंदिर बनाया गया। यहां पर गणगौर माता का पूजन की पुरानी परंपरा रही है। होलकर शासन के हाथियों का यहां पर स्नान कराया जाता था। धीरे-धीरे नदी गंदी हो गई और लोगों का आना बंद हो गया था। एक दशक पहले घाट की दुर्दशा को लेकर हिंदू संगठन ने बड़ा आंदोलन किया था जिसके बाद आईडीए ने उसका जीर्णोद्धार कराया।