कुलपति का दावा भी फेल रिजल्ट में लेट-लतीफी की समीक्षा करते हुए यूनिवर्सिटी ने एक महीने में 30 से ज्यादा रिजल्ट जारी करने का दावा किया था। 20 दिन बाद इन दावों की भी हवा निकलती नजर आ गई। 30 अगस्त को हुई कार्यपरिषद बैठक में सदस्य आलोक डावर ने रिजल्ट नहीं आने पर नाराजगी जताई थी। तब कुलपति ने फस्र्ट ईयर के रिजल्ट सात दिनों देने का दावा किया। भविष्य में ऐसी लेट-लतीफी न हो इसलिए तीन सदस्यीय कमेटी का भी गठन हुआ था। अब तक इस बैठक के मिनट्स तैयार नहीं होने के कारण कमेटी समीक्षा भी शुरू नहीं कर पाई है।
रिव्यू रिजल्ट के तो पते ही नहीं
मुख्य परीक्षा के रिजल्ट के साथ रिव्यू रिजल्ट भी जारी नहीं हो रहे। मुख्य रिजल्ट से असंतुष्ट छात्रों को अपनी कॉपी देखने का मौका दिया जाता है। ये कॉपियां यूनिवर्सिटी दोबारा जंचवाती है। एक दर्जन से ज्यादा बड़ी परीक्षाओं के रिव्यू रिजल्ट भी 3 से 5 महीने से जारी नहीं हुए। इन रिजल्ट में देरी के लिए भी यूनिवर्सिटी के पास कोई जवाब नहीं है।
०००००००००००००००००० कुछ परीक्षाओं के रिजल्ट में देरी हुई है। जल्द ही रूके हुए रिजल्ट जारी करा दिए जाएंगे। हम इसकी समीक्षा करा रहे है। अगर जरूरी हुआ तो अगली परीक्षा से मूल्यांकन व्यवस्था में और बदलाव कराए जाएंगे।
– प्रो.नरेंद्र धाकड़, कुलपति