पूर्व रेलवे सलाहकार समिति सदस्य जगमोहन वर्मा ने बताया कि जहां पेड ऑटो स्टैंड शुरू किया गया, वहां लोक परिवहन से जुड़े वाहनों की नि:शुल्क पार्किंग होती थी। अब दो घंटे के १० रुपए लिए जा रहे हंै। दिनभर में ऑटो चालक १० से १२ बार सवारियां लाने-ले जाने का काम करते हंै। ऐसे में उन्हें दिनभर में १०० रुपए से अधिक चुकाने होंगे। रेलवे को २४ घंटे का किराया निर्धारित करना चाहिए। ऑटो चालक जब थ्रू लेन में सवारी उतार कर बाहर जाते हैं, तब भी ठेकेदार द्वारा रोक कर १० रुपए की वसूली की जाती है, जो गलत है। इस मामले में रेलवे जीएम को ज्ञापन दिया है। अगर रेलवे ने नीति में बदलाव नहीं किया तो जल्द ही बड़ा आंदोलन किया जाएगा। सुबह १० बजे हुए प्रदर्शन में दर्जनों ऑटो चालकों ने काम बंद कर विरोध प्रदर्शन किया।
ग्वालियर में अटकी एक्सप्रेस ट्रेन ग्वालियर से चलकर इंदौर होकर रतलाम जाने वाली ग्वालियर-रतलाम एक्सप्रेस अपने शुरूआती स्टेशन पर ५ घंटे देरी से रवाना हुई। इसके बाद ट्रेन हर स्टेशन पर लेट हुई। ट्रेन सुबह ८.२० बजे इंदौर पहुंचना थी, जो १०.१५ बजे इंदौर पहुंची। ग्वालियर से यह ट्रेन शाम ७.३० बजे रवाना होती है, लेकिन बारिश के चलते रात १२.१५ बजे पांच घंटे देरी से रवाना की गई। करीब दो घंटे लेट होकर दोपहर एक बजे तक रतलाम पहुंचेगी। इसी तरह मां वैष्णो देवी कटरा से इंदौर आने वाली मालवा एक्सप्रेस भी ४ घंटे देरी से चल रही है। इसका निर्धारित समय १२.५० बजे का है, लेकिन आज शाम ५ बजे तक इंदौर आएगी।