लगातार घटनाएं करने के बाद भी बदमाश पकड़ से दूर है और इसलिए ताजा घटनाएं होती जा रही है। इस बार डकाच्या इलाके के परिवार को निशाना बनाकर बदमाशों ने उनके साथ लूट पाट की। कुछ समय पहले बांग्लादेशी डकैतों ने शहर में लगातार वारदातें कर पुलिस को तगड़ी चुनौती दी थी। पुलिस टीम ने सघन अभियान चलाकर दिल्ली से इन बदमाशों को पकड़ा जिसके बाद राहत थी। अब फिर से बदमाश यहां घटनाएं करने लगे और पुलिस सख्त कदम नहीं उठा पा रही है। बाहरी इलाके के लोग बदमाशों के निशाने पर है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बदमाशों को जल्द नहीं पकड़ा गया तो वे लगातार घटनाएं करते रहेंगे।
खुड़ैल के बडिय़ाकीमा व कम्पेल इलाके में 22-23 जनवरी 2018 की रात को बदमाशों चार जगहों पर धावा बोला था। दो पेट्रोल पंप, एक ढाबा व एक किसान के परिवार के घर में घुसकर बदमाशों ने मारपीट कर काफी सामान लूट लिया था। इस डकैती में कंजर गिरोह का हाथ होने की आशंका थी लेकिन अब तक कोई हाथ नहीं आया है।
खुड़ैल डकैती से पुलिस ने सबक नहीं लिया और इसके बाद 24 जनवरी 2018 की रात राऊ के श्रीकृष्ण पैराडाइज कॉलोनी में डकैती हो गई। व्यापारी किशोर अग्रवाल के घर में घुसे बदमाशों ने उन पर हमला कर घायल किया और फिर सामान लूटा था। हथियार के बल पर उनकी पत्नी के जेवरात लूटने के बाद बदमाश फरार हुए थे। इस घटना में भी पुलिस कुछ कर नहीं पाई।
24 दिसंबर 2018 की रात 8.30 बजे केसरबाग मुख्य रोड के एटीएम बूथ में पैसे निकालने गए साफ्टवेयर इंजीनियर, उसकी पत्नी व दो साल की मासूम बेटी के साथ लूट हो जाती है। बदमाश हिमाकत करते हुए बच्ची को पिस्टल अड़ाकर लूट करता और भाग जाता है। पुलिस घटना को दबा लेती है, वीडियो सामने आने पर पहचान की झूठी बात कहीं जाती है। स्थिति यह है कि पुलिस अब भी घटना में पूरी तरह से खाली हाथ है।
लसूडिय़ा इलाके की टाउनशिप भी बदमाशों के निशाने पर है। यहां अगस्त-अक्टूबर 2018 में कई घरों में लूटपाट व चोरी हो चुकी है। घरों में परिवार को बंधक बनाकर उनके नकदी व जेवरात लूटे गए। पुलिस ने बदमाश जल्द पकडऩे का दावा किया था लेकिन अब तक खाली हाथ है। पुलिस से भरोसा उठने पर यहां लोगों ने डंडा लेकर खुद गश्त करना शुरू कर दिया।
वैसे तो शहर में डॉयल 100 के तहत 50 एफआरवी (फास्ट रिस्पांस व्हीकल) तैनात है जो 24 घंटे शहर में तैनात रहती है। पुलिस थानों को गाडिय़ां दी गई है। प्रतिदिन पूर्व व पश्चिम में गश्त के लिए एक एएसपी, दो सीएसपी व कई थाना प्रभारियों की टीम रात्रि गश्त करने का दावा करती है। थानों की टीम अलग गश्त करती है। बड़ी संख्या में पुलिस टीम के सडक़ पर होने का दावा किया जाता है लेकिन लगातार होने वाली इस तरह की घटनाएं सवाल उठा रही है।
चरवाहे देवराम ने बताया, उनका डेरा डकाच्या में भी है, जिस डेरे पर डकैतों ने वारदात की वह उनके डेरे से २ किलोमीटर दूरी पर है। लाशी मदद के लिए २ किलोमीटर लड़खड़ाते हुए वहां पहुंची। उसका शोर सुन सभी जागे और मदद के लिए पहुंचे। दंपती घायल हालत में थे, जिन्हें उपचार के लिए एमवाय हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। बदमाश डेरे से करीब २५ लाख का माल लूटकर ले गए। इसमें इस्तेमाली और वजनी सोने-चांदी के जेवरात, नकद व भेड़ भी शामिल हैं। बदमाश अपने साथ लोडिंग वाहन लेकर आए थे। जाते वक्त वह डेरे से करीब ५० भेड़ चोरी कर ले गए। उन्होंने बताया, एक भेड़ की कीमत ही करीब १० हजार की होती है, इस मान से ५ लाख की भेड़ चली गई। दोपहर तक एमवाय में तीनों घायलों का उपचार चल रहा था। बाद में अन्य डेरे के चरवाहे वहां पहुंचे और सभी घायलों को वहां से डिस्चार्ज करवाकर अपने साथ ले गए।