scriptनंबर 1 शहर के आसपास कॉलोनियों में डकैतियां, पुलिस मस्त | robberies in the Number 1 citys colonies, dail 100 fail | Patrika News

नंबर 1 शहर के आसपास कॉलोनियों में डकैतियां, पुलिस मस्त

locationइंदौरPublished: Feb 19, 2018 08:13:06 pm

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amit mandloi

२० हथियारबंद डकैतों ने चरवाहे परिवार पर हमला कर २५ लाख का माल लूटा, दंपती और उनकी बेटी के हाथ पैर बांधकर जंगल में पटक गए थे बदमाश

robbery indore
इंदौर. शहर लूटपाट व डकैती करने वाले बदमाशों का साफ्ट टॉरगेट बनता जा रहा है। पिछले कुछ समय में शहर के बाहरी इलाकों की टाउनशिप व कॉलोनियों में लगातार लूट, चोरी की वारदातें हो रही है। बदमाश लगातार चुनौती दे रहे है लेकिन पुलिस अब भी मामले में खाली हाथ है।

लगातार घटनाएं करने के बाद भी बदमाश पकड़ से दूर है और इसलिए ताजा घटनाएं होती जा रही है। इस बार डकाच्या इलाके के परिवार को निशाना बनाकर बदमाशों ने उनके साथ लूट पाट की। कुछ समय पहले बांग्लादेशी डकैतों ने शहर में लगातार वारदातें कर पुलिस को तगड़ी चुनौती दी थी। पुलिस टीम ने सघन अभियान चलाकर दिल्ली से इन बदमाशों को पकड़ा जिसके बाद राहत थी। अब फिर से बदमाश यहां घटनाएं करने लगे और पुलिस सख्त कदम नहीं उठा पा रही है। बाहरी इलाके के लोग बदमाशों के निशाने पर है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बदमाशों को जल्द नहीं पकड़ा गया तो वे लगातार घटनाएं करते रहेंगे।
एक रात में चार वारदातें, पुलिस खाली हाथ
खुड़ैल के बडिय़ाकीमा व कम्पेल इलाके में 22-23 जनवरी 2018 की रात को बदमाशों चार जगहों पर धावा बोला था। दो पेट्रोल पंप, एक ढाबा व एक किसान के परिवार के घर में घुसकर बदमाशों ने मारपीट कर काफी सामान लूट लिया था। इस डकैती में कंजर गिरोह का हाथ होने की आशंका थी लेकिन अब तक कोई हाथ नहीं आया है।
एक दिन बाद फिर हो गई घटना
खुड़ैल डकैती से पुलिस ने सबक नहीं लिया और इसके बाद 24 जनवरी 2018 की रात राऊ के श्रीकृष्ण पैराडाइज कॉलोनी में डकैती हो गई। व्यापारी किशोर अग्रवाल के घर में घुसे बदमाशों ने उन पर हमला कर घायल किया और फिर सामान लूटा था। हथियार के बल पर उनकी पत्नी के जेवरात लूटने के बाद बदमाश फरार हुए थे। इस घटना में भी पुलिस कुछ कर नहीं पाई।
हिमाकत करने वाला नहीं पकड़ाया
24 दिसंबर 2018 की रात 8.30 बजे केसरबाग मुख्य रोड के एटीएम बूथ में पैसे निकालने गए साफ्टवेयर इंजीनियर, उसकी पत्नी व दो साल की मासूम बेटी के साथ लूट हो जाती है। बदमाश हिमाकत करते हुए बच्ची को पिस्टल अड़ाकर लूट करता और भाग जाता है। पुलिस घटना को दबा लेती है, वीडियो सामने आने पर पहचान की झूठी बात कहीं जाती है। स्थिति यह है कि पुलिस अब भी घटना में पूरी तरह से खाली हाथ है।
टाउनशिप निशाने पर
लसूडिय़ा इलाके की टाउनशिप भी बदमाशों के निशाने पर है। यहां अगस्त-अक्टूबर 2018 में कई घरों में लूटपाट व चोरी हो चुकी है। घरों में परिवार को बंधक बनाकर उनके नकदी व जेवरात लूटे गए। पुलिस ने बदमाश जल्द पकडऩे का दावा किया था लेकिन अब तक खाली हाथ है। पुलिस से भरोसा उठने पर यहां लोगों ने डंडा लेकर खुद गश्त करना शुरू कर दिया।
गश्त पर उठ रहे सवाल
वैसे तो शहर में डॉयल 100 के तहत 50 एफआरवी (फास्ट रिस्पांस व्हीकल) तैनात है जो 24 घंटे शहर में तैनात रहती है। पुलिस थानों को गाडिय़ां दी गई है। प्रतिदिन पूर्व व पश्चिम में गश्त के लिए एक एएसपी, दो सीएसपी व कई थाना प्रभारियों की टीम रात्रि गश्त करने का दावा करती है। थानों की टीम अलग गश्त करती है। बड़ी संख्या में पुलिस टीम के सडक़ पर होने का दावा किया जाता है लेकिन लगातार होने वाली इस तरह की घटनाएं सवाल उठा रही है।
पुलिस सर्तक है, जल्द पकड़े जाएंगे आरोपित

ड़ीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र का कहना है, पुलिस घटनाओं की रोकथाम के लिए सर्तक है। बाहरी इलाकों पर भी नजर रखी जा रही है। जहां तक खुड़ैल व राऊ में हुई डकैतियों का मामला है तो पुलिस के हाथ पुख्ता सबूत लग गए है। कुछ बदमाशों की पहचान भी हो गई है, वे फरार होने से पकड़ से बाहर है लेकिन जल्द पकड़ लिए जाएंगे। थाना प्रभारियों को बाहरी इलाके में गश्त में सख्ती करने के लिए भी कहा है।
इंदौर. खुड़ैल थाना क्षेत्र में तीन घंटे में चार जगह डकैती डालने वाले बदमाशों का सुराग पुलिस ढूंढ नहीं पाई है। इसी बीच एक बार फिर शिप्रा थाना क्षेत्र के डकाच्या पर चरवाहों के डेरे पर रविवार देर रात हथियारबंद डकैतों ने तीन सदस्यों पर जानलेवा हमला कर करीब २५ लाख का माल लूट लिया। बदमाश तीनों घायलों के हाथ-पैर बांधकर जंगल में फेंक गए थे। जिसके बाद कई घंटों की मशक्कत के बाद घायल युवती ने हाथ पैर पर बंधी रस्सी खोली और पास ही स्थित डेरे पर पहुंचकर मदद मांगी। मामले में पुलिस वारदात कर भागे डकैतों की तलाश में जुटी है।
थाना क्षेत्र के डकाच्या में राजस्थान, पाली से आए चरवाहे बाबूराम (५०) पिता हिमाजी, उनकी पत्नी तुलसीबाई (४५) व (१७) वर्षीय बेटी लाशी डकाच्या स्थित डेरे में सो रहे थे। रात करीब १ बजे हथियारबंद बदमाश डेरे में अचानक घुसकर तीनों से मारपीट करने लगे। धारदार हथियार के हमले से परिवार के तीनों सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। बदमाश वहां आधे घंटे तक उत्पात मचाते रहे, लेकिन परिवार की मदद के लिए कोई नहीं पहुंचा।
चाकू और लोहे की रॉड से हमला

एमवाय में उपचाररत घायल लाशी ने बताया, वह अपने माता-पिता के साथ डेरे में सो रही थी, तभी २० हथियारबंद बदमाश डेरे में घुस आए। पिता कुछ समझ पाते, इससे पहले ही किसी बदमाश ने चाकू से तो किसी ने लोहे की रॉड से हमला कर दिया। दर्द से कराह रहे पिता की आवाज सुन मां तुलसीबाई भी बीच-बचाव करने पहुंची तो बदमाशों ने उन पर भी धारदार हथियार से हमला कर दिया। उसे भी बदमाशों ने इसी तरह डंडे से चोट पहुंचाई थी। इस दौरान उनकी मां की सोने-चांदी की ज्वेलरी बदमाशों ने लूट ली। वे हमला करते हुए बार-बार रकम का पूछ रहे थे। परिवार के नहीं बताने पर बदमाश उनके डेरे में घुस गए और वहां रखे करीब ६० हजार नकद व अन्य कीमती ज्वेलरी उड़ा दी। लाशी ने बताया, बदमाशों की अधिक मारपीट से तीनों बेहोश हो गए थे। अलसुबह उसकी नींद खुली तो हाथ-पैर बंधे हुए थे। उसके माता-पिता भी दर्द से कराह रहे थे। दोनों के हाथ-पैर बंधे हुए थे। जैसे-तैसे लाशी ने मुंह से हाथ पर बंधी रस्सी खोली। इसके बाद उसने अपने माता-पिता को खोला।
मदद के लिए २ किमी लगाई दौड़
चरवाहे देवराम ने बताया, उनका डेरा डकाच्या में भी है, जिस डेरे पर डकैतों ने वारदात की वह उनके डेरे से २ किलोमीटर दूरी पर है। लाशी मदद के लिए २ किलोमीटर लड़खड़ाते हुए वहां पहुंची। उसका शोर सुन सभी जागे और मदद के लिए पहुंचे। दंपती घायल हालत में थे, जिन्हें उपचार के लिए एमवाय हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। बदमाश डेरे से करीब २५ लाख का माल लूटकर ले गए। इसमें इस्तेमाली और वजनी सोने-चांदी के जेवरात, नकद व भेड़ भी शामिल हैं। बदमाश अपने साथ लोडिंग वाहन लेकर आए थे। जाते वक्त वह डेरे से करीब ५० भेड़ चोरी कर ले गए। उन्होंने बताया, एक भेड़ की कीमत ही करीब १० हजार की होती है, इस मान से ५ लाख की भेड़ चली गई। दोपहर तक एमवाय में तीनों घायलों का उपचार चल रहा था। बाद में अन्य डेरे के चरवाहे वहां पहुंचे और सभी घायलों को वहां से डिस्चार्ज करवाकर अपने साथ ले गए।
लूट का केस दर्ज

घायल लाशी के बयानों के आधार पर अज्ञात बदमाशों पर लूट का प्रकरण दर्ज किया है। जिस जगह वारदात हुई वह बायपास से करीब ३ किलोमीटर अंदर है। जंगल होने व अंधेरे का फायदा उठाते हुए बदमाश भाग गए।
मीना कर्णावत, शिप्रा टीआई

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