प्रत्यक्षदर्शी मजदूर लालूसिंह 30 पिता राम सिंह भूरिया निवासी झाबुआ ने बताया, वे सुबह आठ बजे से साइड पर मजदूरों के साथ छत भराव के काम में जुटे। 24 फीट ऊंचे पिल्लर पर वे करीब छह हजार वर्गफीट की छत पर सीमेंट कांक्रीट भर रहे थे। रात पौने आठ बजे तक वे मशीन से आधी छत भर चुके थे। अन्य मजदूर छत फिनिसिंग का काम कर रहे थे। तभी धाड़…धाड़ की तेज आवाज आई। कोई कुछ समझ पाते इतने में 24 फीट उंचाई पर खड़े सभी मजदूर नीचे गिरकर घायल हो गए। लोहे की सेंटिंग का स्ट्रक्चर गिरने के बाद जाल में भरा सीमेंट माल भी गिर गया। गनीमत रही मजदूर सीधे नीचे नहीं गिरे। सभी जाल में फंसकर घायल हो गए। चोट लगने से सभी मजदूर कराहने लगे। वहीं तेज आवाज के साथ छत गिरने की आवाज सुन मौके पर लोग मदद के लिए पहुंचे। सभी ने पुलिस को फोन किया। दस मिनिट में थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। घायल साथी दर्द से कराहते हुए मदद मांगते रहे। इस दौरान साइड पर खड़ी स्कूल का वाहन लेकर कोई पहुंचा। लालू सिंह ने बताया मुझे चोट कम लगी थी, इसलिए उन्होंने जो ज्यादा घायल साथी थे उन्हें वाहन में बैठाकर अस्पताल के लिए रवाना किया।
करीब आधा घंटे देरी से ऐंबुलेंस पहुंची
हादसे के करीब आधे घंटे बाद एम्बुलेंस पहुंची, तब तक घायल दर्द से कराहते रहे। लालू के मुताबिक, इसके बाद एमवायएच उपचार कराने पहुंचे। सेंटिंग के गिरने से हादसा हुआ है। उसके नीचे यदि खड़ा रहता तो उसकी वहीं जान चली जाती।
करीब आधा घंटे देरी से ऐंबुलेंस पहुंची
हादसे के करीब आधे घंटे बाद एम्बुलेंस पहुंची, तब तक घायल दर्द से कराहते रहे। लालू के मुताबिक, इसके बाद एमवायएच उपचार कराने पहुंचे। सेंटिंग के गिरने से हादसा हुआ है। उसके नीचे यदि खड़ा रहता तो उसकी वहीं जान चली जाती।