पंचायत चुनाव का बिगुल बज गया है। अब किसी भी दिन नगरीय निकाय चुनाव को लेकर भी तारीख घोषित हो जाएगी। यह देखते हुए चुनाव लडऩे की इच्छा रखने वाले कांग्रेसियों ने मैदान संभाल लिया है। इसके साथ ही अपने या फिर पत्नी, अन्य रिश्तेदार केे लिए टिकट पाने को लेकर जुगाड़ बैठाना शुरू कर दी है। चुनाव लडऩे की इच्छा रखने वाले कांग्रेसी जहां वार्ड में परिक्रमा कर रहे हैं, वहीं टिकट को लेकर नेताओं में घमासान शुरू हो गया है। कारण एक वार्ड में 8 से 10 दावेदार का होना है, जो एक-दूसरे को निपटाने में अलग लगे हैं। साथ ही शिकवे-शिकायत लेकर शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल के पास अलग पहुंच रहे हैं।
वार्ड-39 खजराना के कुछ नेता बाकलीवाल के गीता भवन स्थित ऑफिस पर पहुंचे, जिन्होंने सात नामों की सूची बाकलीवाल को देते हुए कहा कि इनमें से जिस किसी को भी पार्टी टिकट देगी, उसका साथ सभी देंगे। चयन समिति और पार्टी वार्ड में जिस नेता का नाम तय कर रही है, उसको लेकर चुनाव में खिलाफत होगी और पार्टी प्रत्याशी को हार का मुंह अलग देखना पड़ेगा। अब आगे आप देख लें, क्या करना है? बाकलीवाल का कहना था कि वार्ड सर्वे के हिसाब से जिसका नाम सबसे ऊपर आएगा, उसे टिकट दिया जाएगा। उन्होंने सभी को साथ मिलकर काम करने की नसीहत अलग दी।
बाकलीवाल से मिलने पहुंचे कांग्रेसियों का नेतृत्व प्रदेश सचिव सैयद वाहिद अली कर रहे थे, जिन्होंने टिकट को लेकर एक पत्र अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेशाध्यक्ष शेख अलीम को भी दिया है। गौरतलब है कि आरक्षण होने के बाद कई नेताओं के वार्ड बदल गए हैं। इसके चलते अब चुनाव लडऩे की इच्छा रखने वाले नेता दूसरे वार्डों में अपनी निगाह गढ़ाए बैठे हैं। इतना ही नहीं, हार के डर से वार्ड तक बदल रहे हैं।