6 महीने की प्रेग्नेंसी के समय पता चली बीमारी बच्चों की परवरिश करने की चाह देती हौसलाभावना श्रीवास्तवमुझे पिछले साल अगस्त में कैंसर डाइगनोस हुआ था। उस वक्त बेटी सात साल की थी और बेटा डेढ़ साल था। फैमिली ने काफी सपोर्ट किया। जब मैं अपने बच्चों का चेहरा देखती तो उनकी परवरिश करने की चाह मुझे इस बीमारी से लडऩे का हौसला देती थी। मुझे घर में कभी ऐसा महसूस ही नहीं होने दिया कि मैं बीमार हूं।बच्चों की बातों ने दी नई ताकत[typography_font:14pt;” >कोमल रामचंदानीमुझे मार्च 2016 में पहली बार कैंसर डाइगनोस हुआ था। मैं ठीक हुई, लेकिन 2019 में फिर से रिएपीरियंस हुआ। दूसरी बार मैं पहले से ज्यादा तैयार थी। जब सिर पर बाल नहीं थे तो बेटी को बस स्टॉप तक जाने में भी झिझक महसूस होती थी। बेटी ने यह कहकर हौसला बढ़ाया कि मेरा मुंडन हुआ था तो फिर से बाल आ गए थे। आपके भी आ जाएंगे। बच्चों की छोटी-छोटी बातों ने मुझे एक नई ताकत दी।