पांच सूत्रीय सक्सेस फॉर्मूला फ्रेम योर ड्रीम- सबसे पहले अपने ड्रीम्स को एक शेप दीजिए। सबसे पहले अपने सपनों के बारे में पता कीजिए। आप क्या पाना चाहते है। सेंड ऑफ नेगेटिव पीपल- जब आप सपने तय कर लेते है तो लोग कहना शुरू कर देते है। बेकार मेहनत कर रहे हो, ये तुम्हारे बस का नही है, लगता नही है सक्ससे मिलेंगी? नेगिटिव लोगों को नो कहना सीखें और उनसे दूरी बना लें।
ग्रो योर थिंकिंग – अपनी सोच का दायरा बढ़ाये? सोचे की क्या हो सकता है? आगे कैसे बढ़ा जा सकता है? रिसर्च करे और हार्ड वर्क करें। जिस फील्ड में काम कर रहे उसक ा पूरा नॉलेज रखें।
डोन्ट सॉल्व द प्रोब्लम मेक देम इर-रेलेवेंट- किसी भी समस्या के आने पर कोशिश करे कि उसकी रेलेवेंसी को ही खत्म कर दें यानि एक ऐसा उपाय जो प्रोब्लम के होने पर प्रोब्लम है ऐसा ना लगें।
एक्शन इज मस्ट- कुछ भी अचीव करने के लिए जरूरी है कि एक्शन प्लान। बिना किये कुछ भी हासिल नही किया जा सकता है। स्ट्रेटजी को प्लानिंग के साथ एग्जीक्यूट करें। उन्होने इस टॉक में अपनी जिंदगी की तीन कहानियां सुनाई जो लोगों के द्वारा काफी पंसद की जा रही है। उन्होने बताया कि किस तरह एक सामान्य स्टुडेंट से वो एक गोल्ड मेडलिस्ट बनें।
मेरा सपना एक गोल्ड मेडलिस्ट बनने का था। हमेशा कोशिश करता था लेकिन सक्सेस नही मिलती थी। सबने एडवाइज थी हार्ड वर्क करों,रिफरेंस बुक पढ़ों। सब किया तो माक्र्स में इम्प्रुवमेंट हुआ लेकिन टॉप नही कर पाया। उसके बाद लगा सोचा क्यों ना एक ऐसा मेंटर चुना जाएं जो इस गोल को अचीव कर चुका है। वहीं किया। अपना रूम शिफ्ट करके मेंटर के साथ रहने लगा। कॉलेज भी उन्ही के साथ जाता था। उसके बाद में मैने उनकी टेक्टीक सीखी और मेैं टॉपर बना।