मंगलवार को अलसुबह रेत मंडी व्यापारी एसोसिएशन ने रेत की ओवर लोडिंग करने वालों के खिलाफ मुहिम शुरू कर दी है। दुधिया सहित अन्य मार्गों पर एसोसिएशन के सदस्यों ने जांच अभियान चलाया और रेत ओवर लोड गाडिय़ों का पकड़ा। फिलहाल चेतावनी देने के साथ ही आगे से ओवर लोडिंग नहीं करने का शपथ पत्र भी लिया। पूरे मामले से कलेक्टर को अवगत करवाने के साथ ही खनिज विभाग को आदेश भी दिलवाए और कार्रवाई की मांग की। एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहन शर्मा, रणजीत गुर्जर, विकास जैन, आकाश दुबे आदि ने आरटीओ से मिलकर ओवर लोड के खिलाफ कड़े कदम उठाने की मांग की। कंपनी बॉडी के अतिरिक्त लगी रिपो को कटवाने की बात पर आरटीओ ने सहमति व्यक्त करते हुए ओवर लोडिंग गाडिय़ों के फिटनेस निरस्त करने जैसे कदम उठाने का आश्वासन भी दिया।
पंचायतों को अधिकार मिलने पर बड़े दाम
पंचायतों को अधिकार मिलने पर बड़े दाम
सरकार द्वारा रेत की खदानें पंचायतों को सौंपे जाने के बाद मात्र १२५ रुपए मीटर की दर से रेत उपलब्ध होने की बात कहीं गई थी, लेकिन रेत ५०० रुपए मीटर पड़ रही है और ठेकेदारों द्वारा संचालित खदानों में भी खर्च उतना ही पड़ता है। रसीद तो १२५ रुपए मीटर की ही कट रही है। सरकार के मुताबिक ४ रुपए फुट उपलब्ध कराने का ढिंढोरा पीटा जा रहा है पर वास्तविक रूप से १५ रुपए फुट खर्च तो खदान में ही आ रहा है।
अंडर लोड के कारण बढ़े दाम
अंडर लोड के कारण बढ़े दाम
ओवर लोड के कारण रेत के दाम 60 रुपए फुट से 40 रुपए फुट तक आ पहुचे थे, किंतु अब जबकि व्यपारियों ने स्वयं 3 दिन पूर्व पहल करते हुए ओवर लोड नहीं लाने का फैसला करने के बाद एसोसिएशन द्वारा निर्धारित मात्रा में रेत परिवहन होने लगा है, जिसके कारण रेत के दामो में 15 रुपए फुट का उछाल आया है ।
ठोस नीति बनाने की आवश्यकता
ठोस नीति बनाने की आवश्यकता
एसोसिएशन के सचिव मनीष अजमेरा ने कहा, सरकार रेत को लेकर आए दिन नियमों और कानूनों से केवल उपभोक्ता नहीं बल्कि व्यापारी भी परेशान हुए है। गाडिय़ों की टेक्नोलॉजी और क्षमता, सडक़ों की गुणवत्ता को देखते हुए रेत में एसोसिएशन अनुरूप मात्रा का निर्धारण होना चाहिए, जिससे उपभोकताओ को रेत किफायती दामों पर मिल सकें।
मनीष अजमेरा, सचिव , रेत मंडी व्यापारी एसोसिएशन
मनीष अजमेरा, सचिव , रेत मंडी व्यापारी एसोसिएशन