पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सुधाकर से योजना के तथ्य, हथियार व स्थानीय लोगों में से किसने साथ दिया, यह भी पूछा जाएगा। एक बिल्डर व एक अन्य रसूखदार से पुलिस को उसकी बातचीत के सबूत मिले हैं। उधर उसके दोनों शूटर विकास तिवारी और अजय भोई के पीछे पुलिस ने चार टीमें लगा रखी हैं, जो हाथ नहीं आ रहे हैं।
उधर मामले में शुरुआत से रोहित सेठी के विवाद के चलते संदीप तेल की हत्या होना बताया जा रहा है, जिसके बाद पुलिस ने लिंक निकाली तो सेठी की सुधाकर से लिंक उसके करीबी युवराज सिंह के जरिए निकली। सेठी का मंदसौर में भी केबल नेटवर्क है, जिसे उसका करीबी युवराज सिंह संचालित करता है। युवराज गैंगस्टर सुधाकर राव मराठा का खास है। युवराज के जरिए ही सेठी ने संदीप द्वारा 19 करोड़ मांगे जाने की बात कही थी। इस पर युवराज ने सुधाकर मराठा को मामला बताया तो उसने उज्जैन में एक सटोरिए के घर इनकी बैठक करवाई।
पुलिस ने मामले में इंदौर के प्रमुख प्रॉपर्टी कारोबारी दीपक जैन उर्फ दीपक मद्दा उर्फ दीपक सिसौदिया को भी हिरासत में ले रखा है। एसपी अवध्ेाश गोस्वामी का कहना है कि मामले में कायमी पहले अज्ञात लोगों के खिलाफ की थी, जिसमें सुधाकर व उसके बताए शूटरों का नाम जोड़ा गया है। अब इनसे पूछताछ की जाएगी और लिंक के आधार पर सबूत जुटाए जाएंगे।
संदीप तेल के लेनदारों और देनदारों की भी सूची बनाई जा रही है। पुलिस को जानकारी मिली है कि सुधाकर ने संदीप को मारने की योजना बनाने के बाद कई लोगों से संपर्क किया था और उनसे इस संबंध में बात की थी। कई लोगों ने उसे रुपए भी दिए थे। उधर पुलिस सूत्रों का यह भी कहना है कि हमें आशंका है कि सुधाकर कुछ लोगों के नाम छिपा रहा है, क्योंकि सुधाकर को कुछ लोग तब ही रुपए देने वाले थे, जब उनका नाम इस केस में न आए। इसलिए सुधाकर बिना सुपारी के हत्या करने की बात कह रहा है।