गौरतलब है कि संदीप तेल हत्याकांड में मुख्य नाम रोहित सेठी का आ रहा है। सेठी से संदीप का पैसों का लेनदेन था। कुछ माह पहले भी दोनों के बीच विवाद हुआ था। हत्या में पुलिस का पूरा शक एसआर चैनल के डायरेक्टर रोहित सेठी पर है। सेठी अभी पुलिस गिरफ्त में नहीं आया है, लेकिन पुलिस ने उसका पासपोर्ट सीज कर लुक-आउट सर्कुलर नोटिस जारी किया है। अब वह देश से बाहर नहीं जा सकेगा।
मोबाइल नहीं रखते दोनों शूटर
उधर सुधाकर राव मराठा ने हत्या करने के साथ ही अपने शूटर्स के नाम भी पुलिस को बताए थे, जिनमें विकास तिवारी और अजय भोई मुख्य हैं। दोनों अपने साथ मोबाइल नहीं रखते, इसके चलते पुलिस से बचकर लगातार भाग रहे हैं। पुलिस को सूचना मिली है कि सतपाल जाट व शैलेंद्र नामक बदमाश ने इनकी मदद की थी, वहीं कुछ स्थानीय बदमाश इनका साथ दे रहे थे।
वर्मा का ले सकती रिमांड
हिरासत में लिए गए मनोहर वर्मा के पास से पिस्टल मिली थी। मामले में पुलिस आज उसे पेश करेगी। इसी मामले में पूछताछ के लिए पुलिस उसका रिमांड ले सकती है। सुधाकर लगातार बयान बदलकर पुलिस को बरगला रहा है, जिससे अब पुलिस इंदौर लाकर उस पर सख्ती करेगी। उसने बिना सुपारी लिए मर्डर करने की बात कही थी, लेकिन बाद में एक करोड़ की सुपारी लेने की बात कही। पुलिस को शक है कि वह कई लोगों को बचा रहा है। पहले उसने हत्या की योजना बनाई, फिर संदीप के दुश्मनों से मिलने लगा था और सभी से अलग -अलग समझौते किए थे।
बेनामी संपत्ति की जांच
उधर पुलिस ने संदीप तेल का साम्राज्य भी खत्म करने की तैयारी कर ली है। उसकी बेनामी संपत्ति को ठिकाने लगाने के लिए पुलिस ने सभी दस्तावेज जब्त कर लिए हैं। आयकर विभाग व अन्य विभागों को भी इसकी सूचना दी है। जानकारी मिली है कि संदीप के कई अवैध कारोबार थे, रुपयों का लेनदेन भी वह लोगों की प्रॉपर्टी के दस्तावेज रखकर करता था। जिन लोगों कि रजिस्ट्री पुलिस ने बरामद की है, उन्होंने संदीप से रुपया ले रखा था। ऐसे में संदीप की हत्या के बाद कई बिल्डरों को फायदा हुआ, जिन्हें अब रुपए नहीं देना होंगे, क्योंकि सारा हिसाब कच्चे में था। इनमें कई बड़े नाम भी शामिल हैं।