व्यापारियों ने स्टॉक करना किया बंद
बाजार में तमाम व्यापारियों ने स्टाक भरना ही बंद कर दिया है। खास बात है कि दाम में गिरावट के बाद भी बाजार में मांग घटती दिख रही है। उतार-चढ़ाव से परेशानी व्यापारियों ने सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। सरिये के दाम मार्च में 70 हजार रुपये प्रति टन के आसपास थे। अप्रैल में 76,000 रुपये प्रतिटन तक पहुंच गए। मई में दामों में गिरावट का दौर शुरू हुआ और भाव 74000 से 75000 पर आया। 23 मई को सरिये के दाम घटकर 67,000 प्रतिटन पर पहुंच गए।
और मंदी के आसार
लोहा व्यवसायी दीपेश बैस ने बताया लोहा बाजार में बीते 15 दिनों में 5000 से 8000 रुपए टन की मंदी आ चुकी है। मांग कमजोर रहने के साथ व्यापार में आई मंदी से सरिए के दाम और कम होने की संभावना है। बाजार में सरिया 10,12,16,20 व 25 एमएम 67000, 8 एमएम 68000, 35, 40, 50 गुणित 3 एंगल 69000, 25, 32 गुणित 3 70000, पत्तियां 65000 रुपए प्रति टन की कीमत देखने को मिली। इन दामों पर मिल भाव टैक्स सहित है और इसमें भाड़ा अतिरिक्त विक्रेता के अनुसार लगेगा।
व्यापार घटकर 40 प्रतिशत
मई और जून सरिये की मांग के लिहाज से वर्ष के बेहतर महीने रहते हैं। इन दिनों में निर्माण के काम शुरू भी होते हैं और बारिश के पहले तेजी पकड़ते हैं। इससे सरिये की बिक्री भी खूब होती है। बीते दो साल से कोरोना के कारण व्यापार अटका रहा। इस साल तेजी-मंदी के कारण व्यापार करीब 40 प्रतिशत रह गया है।