must read : शिक्षक से बोलीं टीचर – तुम्हारी जिंदगी बर्बाद कर दूंगी, जूते मारकर गधे पर जुलूस निकलवाऊंगी, पूरी प्लानिंग कर ली है… योजना को जिला प्रशासन चला रहा है। कोचिंग सेंटर का चयन भी कलेक्टर कार्यालय से किया गया। चुने गए 100 बच्चों को फ्री आईआईटी, नीट की तैयारी कराई जाएगी। शहर से दूर रह रहे बच्चों के लिए नि:शुल्क आवास व्यवस्था रहेगी। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के सम्मान में शुरू हुई योजना में दिव्यांग व अनाथ बच्चे, ग्रेड-तीन और चतुर्थ श्रेणी के विधवा, तलाकशुदा, एकल मां, सरकारी कर्मचारियों, कांस्टेबल-हेड कांस्टेबल, और 11 वीं (विज्ञान) में पढ़ रहे बच्चों को शामिल किया गया है। छात्र का १०वीं में ७० फीसदी से अधिक अंक के साथ पास होना जरूरी है।