कोर्ट में चल रहा केस वापस लेने के लिए भूमाफिया दे रहा था धमकी
अभियान शुरू हुआ तो पुलिस के पास पहुंचे फरियादी
हेमंत यादव व साथी पर दर्ज कराया प्रकरण
पुलिस से डरे शहर के बड़े-बड़े गुंडे-बदमाश, युवराज उस्ताद सहित ये भी घर छोडक़र भागे
इंदौर. जीतू सोनी के साथ ही अब शहर के भूमाफियाओं, गुंडों, बदमाशों पर जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम सहित सभी विभागों ने संयुक्त रूप से कार्रवाई शुरू कर दी है। कार्रवाई शुरू होने से अब बदमाशों से डरे हुए लोग भी बाहर आ रहे हैं और पुलिस के पास पहुंच रहे हैं। कोर्ट में चल रहे एक मामले में भूमाफिया हेमंत यादव अपने एक साथी सुनील मंदवानी के साथ मिलकर फरियादी को केस वापस लेने के लिए धमका रहा था। जूनी इंदौर पुलिस ने एक और प्रकरण दर्ज किया है।
गौरतलब है कि सेंट्रल कोतवाली पुलिस ने भी हेमंत यादव व अन्य साथियों पर फरियादी श्रीकंात जमींदार की शिकायत पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था। इसमें हेमंत की गिरफ्तारी भी ली गई। कल भी जूनी इंदौर पुलिस ने दीपक मंदवानी की शिकायत पर सुनील मंदवानी और हेमंत यादव पर प्रकरण दर्ज किया है। फरियादी ने पुलिस को बताया कि दोनों आरोपित कोर्ट में चल रहे केस को वापस लेने के लिए दबाव बना रहे थे और अपने हिस्से के प्लॉट भी सुनील मंदवानी के नाम करने के लिए दबाव बना रहे थे। उधर, द्वारकापुरी पुलिस ने भी भूमाफिया चांद खां और उसकी बेटी फरीदा खां पर तीन प्रकरण दर्ज किए हैं। इनमें दो में चांद खां की बेटी फरीदा खां भी आरोपित है। मामला ऋषि पैलेस कॉलोनी का है। फरियादी ने पुलिस से शिकायत की थी कि चंाद खां ने हमारा प्लॉट दूसरे लोगों को बेच दिया।
must read : आंखों में झोंकी मिर्च, फिर गाड़ी से निकालने लगे रुपए, भाई को आता देख हो गए नौ दो ग्यारहअवैध नशे के कारोबारियों पर भी कार्रवाई शहर में अवैध नशे के कारोबारियों पर भी पुलिस कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। पुलिस अफसरों की मानें तो अधिकांश थानों में लिस्ट बना ली गई है। इनमें भूमाफिया, तस्कर, गुंडे, कब्जेधारी सहित अन्य लोग शामिल हैं। क्राइम ब्रंाच, स्पेशल ब्रांच, नारकोटिक्स, सायबर सेल भी अपने-अपने स्तर पर कार्रवाई के लिए सूची बना रही है। सभी संदिग्धों को राडार पर रखा गया है। कई गुंडे-बदमाशों की लोकेशन व कॉल डिटेल तक खंगाली जा रही है। वहीं जेल में बंद गुंडों की फाइलें भी खोली जा रही हैं।
भूमाफियाओं और सरगनाओं पर शुरू हुई पुलिस कार्रवाई के चलते शहर के अधिकतर छोटे-मोटे बदमाश भी घर छोड़ कर भाग गए हैं। इन गुंडे बदमाशों को डर है कि पुलिस की गिरफ्त में बड़े अपराधी नहीं आए तो पुलिस छोटों को ही पकड़ कर जेल में डाल देगी। कारण है कि पूर्व में चले गुंडा अभियानों में भी यही देखा गया है कि हर बार पुलिस गिरफ्त से बड़े गुंडे, बदमाश और माफिया बच जाते हैं, लेकिन छोटे बदमाश हर बार पकड़ में आ जाते हैं। ऐसे में इस बार छोटे-मोटे बदमाश घरों से निकल गए हैं। उधर युवराज उस्ताद, मुन्ना डॉक्टर, केपी डॉन आदि गुंडे भी फरार हैं।
must read : VIDEO : भूमाफिया बब्बू-छब्बू का आलीशान बंगला जमींदोज, घर के बाहर आकर रोने लगी महिलाएं, ऐसे किया विरोध जीतू सोनी का अब तक अवैध कामों में साथ देने वाले पुलिस विभाग के अफसरों की भी गोपनीय सूची बनी है। मुख्यमंत्री के सख्त निर्देशों के बाद स्थानीय पुलिस अफसरों ने जीतू के अवैध साम्राज्य को खत्म किया था। जीतू को स्थानीय अफसरों ने ही उसकी मदद की। उस पर कार्रवाई की सूचना भी अधिकारियों ने उस तक पहले पहुंचा दी, जिससे उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। जिन अफसरों के नाम भोपाल तक पहुंचे हैं, उनमें योगेश शर्मा, विनोद शर्मा, सुनील गुप्ता, देशराज सिंह, तारेश सोनी सहित अन्य हैं। बड़े अधिकारी कॉल डिटेल निकालने में लगे हैं।